चुटकुले और कविताओं से सबको ठहाके लगाने पर मजबूर करने वाले काका हाथरसी की जन्मभूमि और कर्मभूमि, हाथरस अब राजनीति में अलग ही गर्माहट पैदा करती नजर आ रही है। कहने को तो हाथरस में मसाले भी बनते हैं लेकिन हाथरस की चुनावी हींग इस बार के लोकसभा चुनाव का रुख तय कर रही है। हाथरस की पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अहम लोकसभा सीटों में गिनती होती है। हाथरस सीट पर बीजेपी की इस बार खासा नजर है। इसकी वजह ये है कि पीएम मोदी अपने गढ़ में विपक्ष को सेंधमारी करने देने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। हाथरस सीट लंबे वक्त तक विपक्ष के पास रही है लेकिन करीब दो दशक से यहां पर बीजेपी का ही वर्चस्व रहा है।ब्रज का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले हाथरस को जीतने के लिए सभी राजनीतिक दल जी जान लगाए हुए हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी हाथरस पहुंचे और विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। यहां से एक बार फिर योगी ने गोकशी के मुद्दे को उठाया।