Published 16:00 IST, November 9th 2024
शनिवार से शुरू हुआ Panchak क्यों है कष्टकारी? जानें नवंबर में कब से कब तक है मृत्यु पंचक
Astrology: हिंदू धर्म में Panchak को बहुत अशुभ माना जाता है, वहीं अगर ये शनिवार के दिन से शुरू होता है, तो यह मृत्यु पंचक माना जाता है। आइए इसके बारे में जानें।
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Why Saturday Started Panchak Painful: हिंधू धर्म में ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पंचक (Panchak) बहुत ही अशुभ माना जाता है। इस दौरान न तो कोई शुभ काम किए जाते हैं, न ही इन दिनों में कोई खास काम जैसे, बेड बनवाना, छत डलवाना और दक्षिण दिशा में यात्रा करना शुभ होता है। वहीं अगर शनिवार के दिन से पंचक (Panchak Started On Saturday) की शुरुआत हो रही है, तो यह और भी कष्टदायी होता है, अगर की कहें या मृत्यु के समान दर्द देता है, तो यह गलत नहीं होगा। आइए जानते हैं नवंबर महीने में पंचक कब से कब तक है और शनिवार (Kab Se Kab Tak Hai November Me Panchak) से शुरू होने वाला पंचक इतना कष्टदायी क्यों होता है?
सबसे पहले हम यह जानते हैं कि पंचक क्या होता है (Panchak Kya Hota Hai?)? बता दें कि हर माह के पांच दिनों में चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र से होकर गुजरता है। इस दौरान पंचक लग जाता है। वहीं यह जिस दिन से शुरू होता है, उसी के हिसाब से इसके शुभ और अशुभ या अधिक अशुभ माना जाता है। वहीं इस बार यह शनिवार के दिन से शुरू हो रहा है, जो बहुत ही कष्टदायी होता है। आइए इसके बारे में जानें...
कब से कब तक है पंचक? (When is Panchak till when?)
हिंदू पंचांग के मुताबिक नवंबर माह में पंचक (Panchak Date) की शुरुआत शनिवार 9 नवंबर, 2024 की रात 11 बजकर 27 मिनट से हो रही है, जो गुरुवार 14 नवंबर, 2024 की सुबह 3 बजकर 11 मिनट पर समाप्त होगा। इन 5 दिनों तक लोगों को खास ख्याल रखने की जरूरत होती है, खासकर जब पंचक शनिवार के दिन से शुरू हो रहा हो।
शनिवार से शुरू पंचक क्यों है अधिक कष्टकारी? (Why Panchak more painful starting from Saturday?)
ज्योतिष शास्त्र में शनिवार से शुरू होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक (Death Panchak) कहा जाता है। इसे सबसे ज्यादा कष्टकारी माना गया है। क्योंकि इस दिन से शुरू हुआ पंचक अपने साथ व्यक्ति के लिए शारीरिक, मानसिक और आर्थिक मसस्या बाकी दिनों से ज्यादा लेकर आता है। इसके साथ ही मृत्यु पंचक (Panchak) के दौरान व्यक्तियों के दुर्घटना ग्रस्त होने का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
16:00 IST, November 9th 2024