Published 12:13 IST, August 11th 2024
Ravivar Vrat: रविवार को करने जा रहे हैं सूर्य देव का व्रत? अपनाएं ये पूजा विधि और नोट करें नियम
Sunday Fast Rules: अगर आप सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको रविवार के दिन भगवान सूर्य का व्रत करना चाहिए।
Ravivar Ka Vrat: हिंदू धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है। इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है। शास्त्रों में सूर्यदेव की पूजा को बेहद खास माना गया है। कहते हैं अगर भगवान सूर्य की कृपा किसी व्यक्ति पर पड़ती है तो उसका भाग्य सूर्य के तेज के समान उठता है।
ऐसे में अगर आप सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन व्रत करना चाहते हैं तो आपको सूर्य देव की पूजन विधि के साथ-साथ इस व्रत के नियमों के बारे में भी जान लेना चाहिए। तभी भगवान सूर्य आपसे प्रसन्न होकर आपकी झोली खुशियों से भर देंगे। आइए जानते हैं इस बारे में।
सूर्य देव की पूजा विधि (Surya Dev Puja Vidhi)
- रविवार के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करें।
- इस दिन मुख्य रूप से सफेद रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। इसलिए सफेद वस्त्र धारण करें।
- इसके बाद एक लोटे में जल लेकर उसमें रोली, लाल फूल, अक्षत, चीनी, चंदन, गंगाजल आदि चीजें मिलाएं।
- अब इस जल से भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें और रविवार के व्रत का संकल्प लें।
- अब सूर्य देव की पूजा के लिए एक चौकी स्थापित करें। चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।
- इसके बाद चौकी पर भगवान सूर्य की तस्वीर स्थापित करें।
- अब सूर्य देव को रोली, अक्षत, सुपारी, फूल आदि चीजें अर्पित करें।
- सूर्य देव के समीप घी का दीपक और धूप जलाएं।
- भगवान सूर्य को भोग के रूप में फल और मिठाई अर्पित करें।
- अब रविवार व्रत कथा पढ़ें और आखिर में सूर्य देव की आरती जरूर करें। तभी ये व्रत सफल माना जाएगा।
रविवार के नियम (Ravivar Vrat Ke Niyam)
- अगर आप सूर्य देव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको रविवार के दिन सूर्योदय से पहले उठना चाहिए।
- रविवार के दिन पीले या सफेद रंग के कपड़े पहनें।
- इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से परहेज करें।
- रविवार के व्रत में नमक का सेवन बिल्कुल न करें।
- मांस-मदिरा का सेवन करने से बचें, अन्यथा आपको सूर्यदेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।
- रविवार के दिन बाल-दाढ़ी न कटवाएं। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
- रविवार के दिन तांबा धातु से जुड़ी चीजों की खरीदारी या बिक्री भूलकर भी न करें। इससे दुख-परेशानी आती है।
- अपशब्दों का इस्तेमाल भूलकर भी करें।
- क्रोध-गुस्सा आदि करने से बचें।
- किसी के साथ लड़ाई झगड़ें में न पड़ें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 12:13 IST, August 11th 2024