Published 17:59 IST, November 19th 2024
भगवान कृष्ण मोर पंख क्यों लगाते हैं?
why does lord krishna wear peacock feather कृष्ण ने मोर पंख का इस्तेमाल क्यों किया था? कृष्ण मोर पंख क्यों धारण करते हैं? पढ़ते हैं आगे...
Why does lord krishna wear peacock feather: बता दें श्री कृष्ण का एक नाम मोर मुकुट धारी भी है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके मुकुट पर हमेशा मोर का पंख लगा रहता है। वहीं एक मान्यता यह भी है कि मोर राधा रानी को बेहद पसंद है इसलिए श्रीकृष्ण मोर पंख धारण करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कान्हा के मोर पंख पहनने के पीछे असल कारण क्या है।
अगर नहीं, तो आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि मोर पंख धारण करने के पीछे कृष्ण जी से जुड़ा क्या कारण है। पढ़ते हैं आगे…
कृष्ण जी ने मोर पंख का प्रयोग क्यों किया?
कहते हैं मोर पंख राधा रानी की निशानी है। इसके पीछे एक कथा भी है कि एक बार श्री कृष्ण राधा रानी के साथ नृत्य कर रहे थे। उसी वक्त एक मोर झूमता हुआ उनके पास आया। उसी वक्त उसका एक मोर पंख नाचने के कारण नीचे गिर गया। तब कान्हा ने उस मोर पंख को उठाकर अपने माथे पर सजा लिया। ये दृश्य राधा रानी देख रही थीं। राधा रानी ने पूछा कि आपने ये मोर पंख अपने माथे पर क्यों सजाया। श्री कृष्ण बोले कि मोरों के नाचने में मुझे आप यानि राधा रानी का प्रेम दिखता है।
मान्यता है कि राधा रानी के यहां बहुत सारे मोर रहा करते थे। इसके अलावा यह भी कहते हैं की माता यशोदा अपने लल्ला के सर पर उसी मोर पंख को बचपन से सजा रही थीं। साथ ही एक कारण यह भी बताते हैं कि श्री कृष्णा की कुंडली में काल सर्प दोष था। ऐसे में इस दोष को दूर करने के लिए कान्हा ने मोर पंख धारण किया था। एक मान्यता ह भी है कि मोर पंख धारण करने से कालसर्प दोष से राहत मिल सकती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 17:59 IST, November 19th 2024