Published 17:16 IST, August 11th 2024
Maa Sita: पिता जनक को कलश में मिली थीं मां सीता, जानें जानकी के जन्म की कथा...
Sita ji ka janm kahan hua tha: माता सीता का जन्म कैसे हुआ और इसके पीछे कौन सी कहानी प्रचलित है। जानते हैं इसके बारे में...
How was Goddess Sita born? रामायण में सीता मां से हमें जितनी प्रेरणा मिलती है उतनी ही उनकी जन्म की कथा रहस्यमयी है। कहते हैं कि माता सीता लक्ष्मी का अवतार हैं। वहीं विष्णु जी के अवतार के रूप में स्वयं श्री राम धरती पर आए थे। लेकिन माता-पिता का जन्म कैसे हुआ इसके पीछे अभी भी कई रहस्य छुपे हैं।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि माता सीता का जन्म कैसे हुआ और उसके पीछे क्या रहस्य छिपा है। पढ़ते हैं आगे…
देवी सीता का जन्म कैसे हुआ था? (How was Sita Devi born?)
पुरानी कथा के मुताबिक, माता सीता पिता जनक को कलश के अंदर मिली थीं। वही महर्षि वाल्मीकि की रामायण में भी इस बात का जिक्र है। कहते हैं कि एक बार मिथिला राज्य में अकाल पड़ गया। उस वक्त राजा जनक का शासन था। ऋषियों ने राजा जनक को यज्ञ करने की सलाह दी, जिससे की वर्षा हो सके और अकाल दूर हो सके।
ऐसे में जब यज्ञ की समाप्ति हो रही थी तो उस दौरान जनक ने अपने हाथों से हल चलाया। तभी हल एक कठोर चीज से टकराया। जब उस जगह की खुदाई हुई तो एक कलश मिला, जिसके अंदर एक बेहद सुंदर कन्या थी। राजा जनक ने उस कलश को उठाया और उस कन्या को बाहर निकाला। चूंकि राजा जनक की कोई भी संतान नहीं थी ऐसे में कन्या को अपनी पुत्री के रूप में स्वीकार कर लिया।
ऐसे में सीता को अपनी पुत्री के रूप में प्राप्त करके वे बेहद प्रसन्न हुए। वहीं माता सीता को सीता नाम कैसे मिला इसके पीछे भी एक कहानी है। चूंकि हाल जोतते वक्त हल का नुकीला हिस्सा जिसे सीत कहते हैं, वह कलश से टकराया था। ऐसे में माता का नाम सीता रखा गया। वहीं ये जनक की पुत्री थीं इसलिए उन्हें जानकी के रूप में भी जाना जाता है।
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Updated 17:16 IST, August 11th 2024