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Published 19:05 IST, December 16th 2024

Kharmas Niyam: खरमास माह में इन कामों को करना होता है वर्जित, जानें पूरे महीने क्या नहीं करना चाहिए?

Kharmas 2024 Niyam: हिंदू धर्म में खरमास का महीना बहुत ही खास माना जाता है, लेकिन इस माह में कुछ कामों को करना वर्जित होता है। आइए जानें इस माह के नियम क्या है?

Kharmas maah Niyam
खरमास में क्या नहीं करना चाहिए? | Image: freepik

Kharmas Mahine Me Kya Nahi Karna Chahiye Kya Hai Niyam?: हिंदू धर्म में खरमास (Kharmas) का महीना बहुत ही खास होता है। यह एक विशेष अवधि होती है, जो सूर्य ग्रह (Surya Grah) के धनु राशि (Makar Rashi) में प्रवेश करने के बाद से शुरू होती है। यह समय आमतौर पर दिसंबर (December) के मध्य से जनवरी (January 2025) के मध्य तक होता है। इस समयावधि के दौरान कई सारी धार्मिक मान्यताएं हैं। जिनके अनुसार कुछ कामों को करना वर्जित माना जाता है। आइए जानते हैं कि खरमास माह (Kharmas Me Kya Nahi Karna Chahiye?) में कौन-कौन से काम वर्जित होते हैं।

भगवान और ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य देव (Surya Dev) को समर्पति खरमास माह में पूजा-पाठ, पवित्र स्नान और दा-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है। हालांकि सनातन धर्म में बेहद खास माने जाने वाले खरमास महीने (Kharmas Date) में कुछ कामों को वर्जित माना गया है, क्योंकि उन्हें करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो चलिए जानते हैं वह कौन-कौन से काम हैं जिसे खरमास में भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

खरमास माह में वर्जित होते हैं ये काम (Which Work Prohibited During Kharmas Maah?)

शादी और मांगलिक कार्य (Wedding and Auspicious Work)
खरमास माह में शादी, सगाई या अन्य मांगलिक कार्यों को करना वर्जित माना जाता है। मान्यता है कि इस समय सूर्य मकर राशि में होते हैं, जो शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं होता। इस समय शादी के आयोजन से सुख-शांति में विघ्न आने की संभावना होती है, इसलिए लोग इस दौरान विवाह आदि कार्यों को टालते हैं।

नए घर में प्रवेश या गृहप्रवेश (Grih Pravesh)
खरमास के दौरान नया घर खरीदने या उसमें प्रवेश करने को भी वर्जित माना जाता है। गृहप्रवेश जैसे कार्यों को इस समय स्थगित करना चाहिए, क्योंकि इसे शुभ समय में विघ्न डालने वाला माना जाता है।

नए व्यापार की शुरुआत (Starting New Business)
इस दौरान नए व्यापार की शुरुआत या किसी नए काम को शुरू करना भी ठीक नहीं माना जाता। खरमास का समय पुराने कामों को जारी रखने और आंतरिक शांति प्राप्त करने का होता है, न कि नए कारोबार की शुरुआत का।

धार्मिक अनुष्ठान और यज्ञ (Religious Rituals and Sacrifices)
खरमास के दौरान कोई नया धार्मिक अनुष्ठान या यज्ञ भी शुरू नहीं किया जाता। इस समय केवल साधारण पूजा-पाठ और ध्यान किया जाता है, ताकि आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ा जा सके।

खरमास माह का क्या है उद्देश्य? (What is purpose of Kharmas month?)

खरमास का मुख्य उद्देश्य आत्म-नियंत्रण और साधना की ओर ध्यान केंद्रित करना होता है। इस समय लोग बड़े धार्मिक कार्यों से बचते हुए साधारण जीवन जीने की कोशिश करते हैं, ताकि मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति हो सके।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Updated 19:38 IST, December 16th 2024