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पब्लिश्ड 10:12 IST, January 8th 2025

Mahakumbh 2025: क्या हैं महाकुंभ में गंगा स्नान करने के नियम? नोट कर लें जरूरी बातें, तभी मिलेगा पुण्य

Mahakumbh 2025: अगर आप भी महाकुंभ में गंगा स्नान के लिए जा रहे हैं तो आपको इन नियमों को ध्यान में रखना चाहिए।

Mahakumbh Shahi Snan
महाकुंभ 2025 | Image: canva

Kumbh Mela 2025: कुंभ मेला पूरे 12 सालों में एक बार लगता है। महाकुंभ मेला  इस बार साल 2025 में प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर आयोजित होने जा रहा है। इस मेले में गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। जिस कारण महाकुंभ के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने आते हैं। हिन्दू धर्म में इसे एक बेहद पवित्र अवसर माना जाता है।

वहीं, अगर आप भी इस बार महाकुंभ में गंगा स्नान करने का विचार कर रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातें और नियम जानना आपके लिए फायदेमंद रहेगा ताकि आपको गंगा स्नान का पूरा फल और पुण्य की प्राप्ति हो सके। तो चलिए जानते हैं महाकुंभ में गंगा स्नान करने के नियमों के बारे में।

महाकुंभ में गंगा स्नान करने के नियम (Mahakumbh mein ganga snaan karne ke niyam)

डुबकी की संख्या

कुंभ मेले में गंगा स्नान करते समय लोग अपनी इच्छा अनुसार डुबकी लगाते हैं, लेकिन यदि भीड़ के कारण आपको ज्यादा डुबकी लगाने में परेशानी हो तो कम से कम 5 बार गंगा में डुबकी जरूर लगाएं। धार्मिक दृष्टिकोण से यह शुभ माना जाता है

साधु-संत के स्नान के बाद करें गंगा स्नान

अगर आप शाही स्नान के दिन कुंभ मेला जा रहे हैं, तो इस बात का खास ध्यान रखें कि गंगा स्नान करने से पहले सभी साधु-संतों का स्नान पूरा हो जाए। इसके बाद अगर आप गंगा स्नान करते हैं तो आपको इसका दोगुना लाभ मिलता है।

स्वच्छता का ध्यान

गंगा स्नान से पहले अपने शरीर को पानी से साफ कर लें। गंगा में स्नान करने से शरीर का नहीं, बल्कि मन का मैल धुलता है, इसलिए गंगा की सफाई और उसकी पवित्रता का ध्यान रखें। स्नान करते समय अपना मन शांत रखें और किसी के प्रति कोई बुराई या नकारात्मकता न रखें।

दान जरूर करें

महाकुंभ में गंगा स्नान के बाद दान करने की परंपरा है। इसे पुण्य का काम माना जाता है। गरीब और जरूरतमंदों को दान करने से देवी-देवताओं और पूर्वजों की कृपा मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है।

महाकुंभ 2025 कब से शुरू होगा?

साल 2025 में महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से होगी और यह 26 फरवरी तक चलेगा। कुंभ मेला विशेष रूप से त्रिवेणी संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती) में स्नान करने के लिए प्रसिद्ध है और माना जाता है कि यहां स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य मिलता है।

महाकुंभ 2025 में शाही स्नान की तिथियां (Mahakumbh 2025 Shahi Snaan ki Date)

  • 13 जनवरी 2025: पौष पूर्णिमा
  • 14 जनवरी 2025: मकर संक्रांति
  • 29 जनवरी 2025: मौनी अमावस्या
  • 03 फरवरी 2025: बसंत पंचमी
  • 12 फरवरी 2025: माघी पूर्णिमा
  • 26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

अपडेटेड 10:12 IST, January 8th 2025