Published 16:14 IST, December 23rd 2024
Saphala Ekadashi 2024: 25 या 26 कब रखा जाएगा खरमास की सफला एकादशी का व्रत, क्या है डेट और मुहूर्त?
Saphala Ekadashi: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत बेहद खास माना जाता है। वहीं अगर खरमास की एकादशी हो तो यह और भी खास हो जाती है। आइए जानें सफलला एकादशी की डेट...
Saphala Ekadashi 2024 Date: एकादशी (Ekadashi) व्रत हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है जो हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी (Ekadashi 2024) तिथि पर किया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से भगवान विष्णु (Bhawan Vishnu) को समर्पति है और इस दिन जगत के पालन हार की पूजा की जाती है। हर महीने में 2 बार पड़ने वाली इस तिथि का बेहद खास महत्व माना जाता है। वहीं अगर बात खरमास में पड़ने वाली एकादशी की हो तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। खरमास (Kharmas) की पहली एकादशी को सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं इस साल यह कब पड़ रही है।
सफला एकादशी (Saphala Ekadashi 2024) व्रत विशेष रूप से हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन को विशेष रूप से भगवान विष्णु के पूजन और उपवास के लिए समर्पित किया जाता है, और इसे सफलता की एकादशी (Saphala Ekadashi Date) भी कहा जाता है। यह व्रत श्रद्धालुओं के जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने के लिए किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस साल यह कब मनाई जाएगी।
कब है सफला एकादशी? (When is Saphala Ekadashi?)
हर साल पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाने वाला सफला एकादशी व्रत (Saphala Ekadashi Vrat Date) की शुरुआत इस साल बुधवार 25 दिसंबर, 2024 की रात 10 बजकर 29 मिनट पर होगी, जिसका समापन अगले दिन यानी गुरुवार 26 दिसंबर, 2024 की देर रात 12 बजकर 43 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के मुताबिक यह व्रत गुरुवार 26 दिसंबर, 2024 को रखा जाएगा।
सफला एकादशी पूजा और पारण मुहूर्त (Saphala Ekadashi Puja Aur Paran Muhurat)
एकादशी व्रत (Saphala Ekadashi Niyam) में न सिर्फ शुभ मुहूर्त में पूजा करना चाहिए, बल्कि इस व्रत का पारण भी मुहूर्त में ही करना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं सफला एकादशी पर पूजा का मुहूर्त क्या है और इस व्रत का पारण किस समय करना है। पंचांग के मुताबिक सफला एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त 26 दिसंबर की सुबह 7 बजकर 12 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 30 मिनट तक है। आप इस अवधि में पूजा कर सकते हैं। वहीं अगर बात करें पारण के मुहूर्त की तो, यह अगले दिन यानी 27 दिसंबर की सुबर 7 बजकर 12 मिनट से 9 बजकर 16 मिनट तक है। इस बीच आप कभी भी पारण कर सकते हैं।
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Updated 16:14 IST, December 23rd 2024