Published 12:16 IST, August 25th 2024
Janmashtami 2024 Muhurt: कृष्ण जन्माष्टमी कल, फटाफट नोट कर लें शुभ मुहूर्त और कन्हैया की पूजन विधि
Janmashtami 2024 Puja Muhurat: जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आप लड्डू गोपाल की पूजा कुछ इन शुभ मुहूर्त पर कर सकते हैं।
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Janmashtami 2024 Puja Muhurat: हर साल भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है। कृष्ण भक्त पूरे साल जन्माष्टमी के त्योहार का इंतजार बेसब्री से करते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। वहीं, इस साल जन्माष्टमी का पावन पर्व कल यानी सोमवार, 26 अगस्त के दिन मनाया जाने वाला है।
जन्माष्टमी के दिन भक्त भगवान कृष्ण की पूजा करने के साथ-साथ उनके लिए व्रत भी करते हैं। ऐसे में अगर आप भी कल जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण के लिए व्रत कर उनकी पूजा करने जा रहे हैं तो आपको इस दिन पूजा के शुभ मुहूर्त के साथ-साथ कृष्णजी की पूजन विधि भी नोट कर लेनी चाहिए। आइए जानते हैं कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त किस-किस समय होगा।
जन्माष्टमी 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त (Janmashtami 2024 Puja Muhurat)
- जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है। जो कि कल यानी सोमवार, 26 अगस्त के दिन है। ऐसे में कृष्ण जी की पूजा के लिए सुबह 5 बजकर 56 मिनट से सुबह 7 बजकर 37 मिनट तक पूजा का उत्तम समय रहेगा। इस दौरान अमृत चौघड़िया मुहूर्त रहने वाला है।
- इसके बाद शाम के समय लाभ और अमृत चौघड़िया पूजन का मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 36 मिनट से शाम 6 बजकर 49 मिनट तक कृष्ण पूजन का शुभ मुहूर्त रहेगा।
- वहीं, आखिर में रात 12 बजकर 1 मिनट से रात 12 बजकर 45 मिनट तक निशीथ काल का समय भगवान कृष्ण की पूजा के लिए सबसे उत्तम रहेगा जो जन्माष्टमी पूजन के लिए सबसे सही मुहूर्त माना जाता है।
जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की पूजन विधि (Janmashtami 2024 Puja Vidhi)
- जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
- घर व घर के मंदिर की साफ सफाई करें।
- इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप यानी लड्डू गोपाल की पूजा जरूर करें।
- लड्डू गोपाल का दूध, दही, गंगाजल, माखन आदि से जलाभिषेक करें।
- श्रीकृष्ण समेत देवी-देवताओं का जलाभिषेक करें।
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। धूप जलाएं और फल-फूल आदि चीजें अर्पित करें।
- इस दिन लड्डू गोपाल को झूले में बैठाएं और उन्हें झूला अवश्य झुलाएं।
- लड्डू गोपाल को मक्खन का भोग जरूर लगाएं।
- इसके बाद रात के समय शुभ मुहूर्त पर कृष्णजी की पूजा अवश्य करें। बिना रात्रि पूजन के आपकी पूजा और व्रत दोनों ही पूरे नहीं माने जाएंगे।
- रात की पूजा में लड्डू गोपाल को मिश्री, मेवा का भोग भी लगाएं।
- उन्हें दूध, दही, मक्खन आदि से स्नान कराकर प्रसाद तैयार करें।
- लड्डू गोपाल की आरती करें।
- अंत में क्षमा व कामना की प्रार्थना करें और पूजा को सम्पन्न करें।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
11:56 IST, August 25th 2024