Published 07:18 IST, November 19th 2024
Mangalwar Upay: मंगलवार को जरूर करें हनुमानजी की इस चालीसा का पाठ और मंत्रों का जाप
Hanuman Chalisa aur Mantras: हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए आप इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
Advertisement
Hanuman Chalisa aur Mantras: हिंदू धर्म में मंगलवार के दिन भगवान हनुमान की पूजा किए जाने का विधान है। माना जाता है कि हनुमान जी को प्रसन्न करना ज्यादा मुश्किल नहीं है। अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा करता है तो भगवान उस पर अपनी कृपा हमेशा बनाए रखते हैं।
कहते हैं कि व्यक्ति के जीवन में चाहे कितने ही कष्ट क्यों न हो अगर वह सच्चे दिल से हनुमान चालीसा का पाठ और मंत्रों का जाप करता है तो प्रभु उसके सभी दुख हर लेते हैं। ऐसे में अगर आप हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा के पाठ के साथ-साथ हनुमान जी के विशेष मंत्रों का जाप भी करना चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में।
हनुमान चालीसा का पाठ (Hanuman Chalisa ka path)
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधार।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहि, हरहु कलेस बिकार॥
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर,
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।
रामदूत अतुलित बल धामा,
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी,
कुमति निवार सुमति के संगी।
कंचन बरन बिराज सुबेसा,
कानन कुंडल कुंचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै,
कांधे मूंज जनेऊ साजै।
संकर सुवन केसरीनंदन,
तेज प्रताप महा जग बंदन।।
विद्यावान गुनी अति चातुर,
राम काज करिबे को आतुर।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया,
राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा,
बिकट रूप धरि लंक जरावा।
भीम रूप धरि असुर संहारे,
रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये,
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई,
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं,
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा,
नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते,
कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा,
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना,
लंकेश्वर भए सब जग जाना।
जुग सहस्र जोजन पर भानू,
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं,
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।
दुर्गम काज जगत के जेते,
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे,
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना,
तुम रक्षक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै,
तीनों लोक हांक तें कांपै।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै,
महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा,
जपत निरंतर हनुमत बीरा।
संकट तें हनुमान छुड़ावै,
मन, क्रम, बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा,
तिन के काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै,
सोई अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा,
है परसिद्ध जगत उजियारा।
साधु संत के तुम रखवारे,
असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता,
अस वर दीन जानकी माता।
राम रसायन तुम्हरे पासा,
सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को पावै,
जनम-जनम के दुख बिसरावै।
अंतकाल रघुबर पुर जाई,
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई,
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।
संकट कटै मिटै सब पीरा,
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं,
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।
जो सत बार पाठ कर कोई,
छूटहि बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा,
होय सिद्धि साखी गौरीसा।
तुलसीदास सदा हरि चेरा,
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।
दोहा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥
हनुमानजी के मंत्र (Hanumanji ke mantra)
1. हनुमान महामंत्र
"ॐ हं हनुमते नमः"
2. हनुमान बीज मंत्र
"ॐ रामदूताय नमः"
3. हनुमान गायत्री मंत्र
"ॐ आञ्जनेयाय विद्महे, वायुपुत्राय धीमहि, तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्"
4. हनुमान स्तुति मंत्र
"ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुम्फट् स्वाहा"
5. हनुमान चालीसा का मंत्र
"ॐ श्री हनुमते नमः"
6. संकट मोचन हनुमान मंत्र
"ॐ श्री हनुमंते नमः, संकटमोचन महाबलि, समस्त शत्रु विनाशक।"
7. हनुमान रुद्र मंत्र
"ॐ महाक्रूरी महाक्रूरी हनुमंते रुद्रात्मकाय, भीमरूपाय महाशक्ताय, महाकालाय महाभैरवाय, श्रीरामदूताय नमः"
8. पवन पुत्र हनुमान मंत्र
"ॐ पवन पुत्राय नमः"
9. हनुमान शक्ति वर्धक मंत्र
"ॐ हं हनुमते महाबलाय नमः"
10. हनुमान रक्षामंत्र
“ॐ श्री हनुमते नमः, हनुमान रक्षाय नमः”
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
07:18 IST, November 19th 2024