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Published 15:41 IST, August 29th 2024

Ganesh Chaturthi: कोई मेरी खीर बना दो...! इस गणेश कथा के बिना अधूरी है पूजा

What is the famous story of Ganesha? गणेश जी की प्रसिद्ध कथा क्या है? जानते हैं गणेश जी की खीर वाली कथा के बारे में...

Ganesh chaturthi
कोई मेरी खीर बना दो...! इस गणेश कथा के बिना अधूरी है पूजा | Image: Unsplash

What is the famous story of Ganesha? जैसा की नाम से ही पता चल रहा है गणेश चतुर्थी का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने बैठकर उनके स्वरूप की पूजा की जाती है और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए कामना की जाती है। वहीं लोग अपने घरों में गणेश की मूर्ति विराजमान करते हैं और उनकी पूजा अर्चना कर उसे विसर्जित करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं गणेश भगवान की एक ऐसी कथा है जिसे हर व्रत कथा से पहले जरूर पढ़ा जाता है। ऐसे में गणेश चतुर्थी पर भी आप उस कथा को पढ़ सकते हैं। 

आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आप गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की कौन सी कथा पढ़ सकते हैं। पढ़ते हैं आगे…

गणेश जी की प्रसिद्ध कथा क्या है? 

एक बार भगवान गणेश बाल रूप धारण कर पृथ्वी लोक पर आए और अपने साथ एक चावल का दाना और एक चम्मच दूध लेकर आए। गणेश जी सबसे बोले कि कोई मेरी खीर बना दो, कोई मेरी खीर बना दो ..। सब उस बालक पर हंसने लगे। बोले कि इतने से सामान से खीर कैसे बना सकते हैं। तब एक बुढ़िया आई और बोली कि ला मैं तेरी खीर बनाती हूं। वहीं बुढ़िया अपने घर के अंदर जाकर सबसे छोटा कटोरा लेकर आई तो वह बालक बोला- मैया इतने छोटे कटोरे से कुछ नहीं होगा। आप बड़ा कटोरा लेकर आओ तब मैया अपने घर से सबसे बड़ा कटोरा लेकर आई और उस कटोरे में उसने एक चम्मच दूध और चावल का दाना डालकर खीर चढ़ाई।

धीरे-धीरे दूध उबलते उबलते पूरा कटोरा भर गया। बुढ़िया भी देखकर आश्चर्यचकित रह गई। बुढ़िया समझ गई कि वो बालक कोई आम बालक नहीं है। उसके बाद बुढ़िया ने खीर का भोग गणेश को लगाया। जैसे ही बुढ़िया ने भोग लगाया वैसे ही उस बालक का पेट भी भर गया। अब बुढ़िया ने उस बालक को आवाज दी। तब वह बालक बोला कि मैया मेरा तो पेट भर गया है। आप यह खीर पूरे गांव में बांट दो। तब उस बुढ़िया ने घर-घर जाकर सबको न्यौता दिया। सब उस बुढ़िया पर हंसने लगे और बोले कि देखते हैं खीर कैसे बन गई। सभी ने वह चमत्कार देखा और सभी ने बहुत खुश होकर खीर खाई। उसके बाद भगवान गणेश ने उस बुढ़िया को सदा सुखी रहने का आशीर्वाद दिया।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Updated 15:41 IST, August 29th 2024