Published 13:18 IST, November 5th 2024
छठ पूजा की शुरुआत कैसे हुई थी? कौन थीं इस पूजा को करने वाली पहली महिला
What is the history of chhath Puja? छठ पूजा सबसे पहले किसने मनाई थी और क्यों मनाई जाती है? जानते हैं इस लेख के माध्यम से...
History of chhath Puja in Hindi? छठ पूजा का पर्व विशेष और महत्वपूर्ण होता है। यह कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मुख्य तौर पर सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना की जाती है। इसमें नहाए खाए, खरना, संध्या अर्घ्य, प्रात: काल सूर्य अर्घ्य, चारों बड़ी धूमधाम से और नियम से मनाए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं सबसे पहले किसने छठ पूजा की थी, अगर नहीं तो..
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि सबसे पहले छठ मैया ( Chhath Maiya 2024) की पूजा किसके द्वारा की गई थी। पढ़ते हैं आगे…
सबसे पहले किसने की थी छठ पूजा? (first person to do Chhath Puja?)
बता दें कि सबसे पहले छठ मैया की पूजा माता सीता द्वारा मानी जाती है। रामायण के अनुसार, जब भगवान श्री राम, माता सीता के साथ 14 वर्ष के वनवास से अयोध्या लौट रहे थे तब माता सीता ने भगवान सूर्य की आराधना करने का फैसला किया। ऐसे में उन्होंने कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को सरयू नदी के तट पर बैठकर छठ व्रत का संकल्प लेकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।
कहते हैं कि इस पूजा से भगवान सूर्य माता सीता से बेहद प्रसन्न हो गए और उन्हें सुख और समृद्धि का आशीर्वाद दिया। कहते हैं कि माता सीता द्वारा ही छठ पूजा की शुरुआत की गई थी। बता दें कि छठ पूजा को सूर्य षष्ठी व्रत भी कहा जाता है जो न केवल परिवार की सुख शांति के लिए रखा जाता है बल्कि संतान के लिए भी रखा जाता है। मान्यता है कि जो महिलाएं छठ के दौरान उगते हुए सूरज को और डूबते हुए सूरज को अर्घ्य देती हैं तो उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि बनी रहती है। साथ ही दुख, दरिद्रता सब दूर होते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 13:18 IST, November 5th 2024