Published 19:06 IST, November 5th 2024
भगवान शिव की बहू छठी मैया... जानें सूर्य देव से क्या है संबंध?
What is the history of Chhathi Maiya? छठी मैया और सूर्य देव के बीच क्या संबंध है? छठ पूजा में सूर्य की पूजा क्यों की जाती है? जानते हैं इस लेख के बारे में...
What is the history behind Chhath Puja? छठ त्यौहार धूमधाम से और बड़े नियमों के साथ मनाया जाता है। बता दें कि हिंदू धर्म में छठी मैया बेहद ही पूजनीय है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के अलावा झारखंड, बिहार आदि राज्य में भी इसे बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि छठ त्यौहार में सूर्य देव की पूजा क्यों की जाती है और भगवान शिव से इनका क्या संबंध है।
अगर नहीं तो आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने से लेख के माध्यम से बताएंगे कि छठ मैया की पूजा के साथ-साथ भगवान सूर्य की पूजा क्यों करते हैं और उनका क्या संबंध है। पढ़ते हैं आगे…
छठ मैया का सूर्य देव और भगवान शिव से संबंध?
बता दें कि छठ मैया भगवान सूर्य की बहन हैं। यही कारण है कि छठी मैया को प्रसन्न करने के लिए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। वहीं यह भगवान शिव और माता पार्वती की पुत्रवधू भी हैं। जी हां, भगवान कार्तिकेय जी को स्कंद के नाम से भी जानते हैं। ये उनकी पत्नी है। इसी लिहाज से ये शिवजी की बहू भी हैं। मान्यता है कि जो भी उनकी पूजा करता है उसे आरोग्यता के साथ-साथ वैभव और संतान का सुख भी मिलता है। बता दें कार्तिकेय भगवान युद्ध और विजय के देवता हैं। ऐसे में छठ पूजा में कार्तिकेय भगवान की उपस्थिति को आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक माना जाता है। वहीं इन दोनों के साथ में पूजा करने से सुख शांति और संतान की समृद्धि भी होती है।
सूर्य भगवान और छठ मैया से जुड़ी एक कथा है कर्ण सूर्य देव की पूजा करते थे और उनके परम भक्त भी थे। ऐसे में वह प्रतिदिन कमर तक पानी में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देते थे। कहते हैं कर्ण सूर्य की कृपा से महान योद्धा बने। यही कारण है कि आज भी छठ में अर्घ्य देने की यही पद्धति चली आ रही है।
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Updated 19:15 IST, November 5th 2024