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Published 06:46 IST, November 7th 2024

Chhath Puja 2024 Day 3: छठ पूजा का तीसरा दिन आज, जानिए संध्याकाल में सूर्य को अर्घ्य देने का समय

Chhath Puja 2024 Day 3 Sandhya Arghya: आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। जानिए सूर्यदेव को संध्या अर्घ्य देने का समय क्या होगा।

Kharna Chhath Puja Rules.
छठ पूजा का तीसरा दिन | Image: Pexels

Chhath Puja 2024 Day 3 Sandhya Arghya: छठ पूजा (Chhath Puja) की शुरुआत मंगलवार, 5 नवंबर से हुई थी। जिसका समापन 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा। आज इस महापर्व का तीसरा दिन है। छठ पूजा में तीसरे दिन का बेहद खास महत्व है। इस दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।

आज के दिन व्रती सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अर्घ्य देने के साथ-साथ कई तरह का प्रसाद भी चढ़ाते हैं। आइए जानते हैं इस दिन पूरे विधि-विधान से डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य कैसे दें। माना जाता है कि छठ पूजा में श्रद्धाभाव से व्रत करने से संतान सुख और परिवार में खुशहाली बनी रहती है।

छठ के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। कहते हैं कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से भाग्य चमक उठता है और घर परिवार में खुशहाली बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आज आप किस समय संध्याकाल में सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर सकते हैं।

संध्याकाल अर्घ्य का समय (Surya ko arghay dene ka samay)

छठ पूजा के तीसरे दिन या  गुरुवार, 7 नवंबर को डूबते हुए सूर्य को संध्याकाल का अर्घ्य दिया जाएगा। बात अगर दिल्ली की करें तो यहां आज सूर्यास्त का समय शाम 5 बजकर 32 मिनट पर है। ऐसे में संध्याकाल अर्घ्य का समय शाम 5 बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगा। वहीं, अलग-अलग राज्यों में सूर्यास्त के समय के हिसाब से सूर्य को संध्या अर्घ्य देने का समय अलग-अलग हो सकता है।

सूर्य देव को अर्घ्य देने की पूजा विधि (Surya ko arghay dene ki Puja Vidhi)

  • छठ पूजा के तीसरे दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा या किसी पवित्र नदी या तलाब में स्नान करें।
  • अगर आप घर में ही स्नान कर रहे हैं तो पानी में गंगाजल डालकर नहाएं।
  • इसके बाद पूजा स्थल को साफ-सुथरा करके एक चौकी स्थापित करें।
  • चौकी पर सूर्य देव की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित लगाएं।
  • फिर घी का दीपक जलाएं और फल, फूल, गन्ना, ठेकुआ, और अन्य प्रसाद सामग्री को सूर्य देव को अर्पित करें।
  • थाली को हाथ में लेकर डूबते हुए सूर्य की ओर मुंह करके खड़े हो जाएं।
  • मंत्रों का जाप करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य दें।
  • सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद प्रणाम करें और उनसे परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करें।

सूर्यदेव के मंत्र (Surya Dev Mantras)

  • ओं सूर्याय नमः।
  • ॐ श्री सूर्याय नमः। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Updated 06:46 IST, November 7th 2024