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Published 16:12 IST, April 7th 2024

Amavasya 2024: सूर्य ग्रहण के बाद भी चैत्र माह की अमावस्या क्यों है खास, जानें क्या है वजह

हिंदू धर्म में पूर्णिमा हो या फिर अमावस्या दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। वहीं चैत्र माह ही अमावस और भी खास है जिसके पीछे के वजह के बारे में जानते हैं।

Amavasya
क्यों खास है अमावस्या? | Image: Freepik
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Amavasya 2024: हिंदू धर्म में पूर्णिमा हो या फिर अमावस्या दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। अमावस्या हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन आती है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस दिन पूजा-पाठ, पवित्र स्नान के साथ दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। कहते हैं ऐसा करने पर पितरों को शांति मिलती है दोष दूर होता है।

अमवास्या (Amavasya) के दिन पूजा-पाठ और दान-पुण्य के साथ ही कुछ उपायों (Amavasya Upay) को भी करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है, लेकिन इस साल चैत्र माह की अमावस्या कई मायनों में बेहद खास रहने वाली है। आइए जानते हैं इस साल की अमावस्या क्यों खास है।

क्यों खास है चैत्र माह की अमावस्या (Amavas)?

  • साल 2024 चैत्र माह (Chaitra Maah) में पड़ने वाली अमावस्या कई मायनों में बेहद खास है। दरअसल, इस साल चैत्र माह की अमावस पर ही साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है।
  • इसके अलावा चैत्र माह की अमावस सोमवार के दिन पड़ने वाला है, जिसे सोमवती अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या को बहुत ही खास माना जाता है। 
  • धार्मिक मान्यता के मुताबिक चैत्र माह (Chaitra) की अमावस्या के दिन व्रत रखने, पवित्र स्नान, पूजा-पाठ और दान पुण्य करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है, साथ ही व्रत करने वाले को भी कई लाभ होते हैं। 
  • वहीं हर महीन में पड़ने वाली अमावस्या से चैत्र माह की अमावस बिल्कुल अलग होती है। इसे भूतड़ी अमावस्या और काली रात (Kaali Raat) के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में इस दौरान बहुत सी सावधानियां बरतने की जरूरत होती है, नहीं तो बुरी आत्माएं आपके शरीर को अपना निशाना बनाने लगते हैं।

चैत्र अमावस्या (Chaitra Amavasya) का महत्व क्या है?

चैत्र अमावस्या (Chaitra Amavasya 2024) को भूतड़ी अमावस्या (Bhutadi Amavasya) के नाम से भी जाना जाता है, हालांकि इसका भूत-प्रेतों से सोई संबंध नहीं है, लेकिन मान्यता है कि इस दिन नकारात्मक शक्तियां काफी तीव्र हो जाती है और इस दिन तंत्र-मंत्र किए जाते हैं, जो व्यक्ति को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। चैत्र माह की अमावस तंत्र विद्या करने वाले लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है।  

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

16:05 IST, April 7th 2024