पब्लिश्ड 08:28 IST, December 18th 2024
Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024: अखुरथ संकष्टी चतुर्थी आज, जरूर पढ़ें गणेशजी की ये आरती
Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024: आज अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन आपको गणेश जी की आरती और मंत्रों का पाठ जरूर करना चाहिए।
Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024: आज यानी बुधवार, 18 दिसंबर के दिन अखुरथ संकष्टी चतुर्थी मनाई जा रही है। पंचांग के अनुसार, हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। पौष माह में पड़ने वाली इस चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी (Akhurath Sankashti Chaturthi 2024) कहा जाएगा। इस दिन गणेशजी की पूजा व व्रत करने की परंपरा होती है।
मां पार्वती के पुत्र गणेशजी को प्रसन्न करने के लिए भक्त आज के दिन गणेशजी का व्रत कर उनकी विशेष पूजा अर्चना करते हैं। ऐसे में आप अखुरथ संकष्टी चतुर्थी की पूजा के समय गणेशजी ये विशेष आरती व मंत्रों का जाप कर सकते हैं। इससे आपके सारे कष्ट दूर होंगे और जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी।
गणेश जी की आरती (Ganesh Ji Ki Aarti)
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
एकदंत दयावंत, चार भुजाधारी
माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
अंधों को आंख देत, कोढ़िन को काया
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
हार चढ़ै, फूल चढ़ै और चढ़ै मेवा
लड्डुअन को भोग लगे, संत करे सेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
दीनन की लाज राखो, शंभु सुतवारी
कामना को पूर्ण करो, जग बलिहारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
गणेश जी के मंत्र (Ganeshji ke Mantra)
- ॐ गं गणपतये नमः
- श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये।
वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥
गणेश गायत्री मंत्र
- ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि,
तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥
ऋणहर्ता गणपति मंत्र
- ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्॥
गणेश अष्टाक्षर मंत्र:
ॐ गं गणपतये नमः॥
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अपडेटेड 08:28 IST, December 18th 2024