sb.scorecardresearch
Advertisement

Published 22:22 IST, September 21st 2024

EXPLAINER/ क्या है QUAD? जिसमें भाग लेने PM मोदी पहुंचे अमेरिका, कब हुई स्थापना, क्या है मकसद; जानिए सबकुछ

PM मोदी क्वाड (Quadrilateral Security Dialogue) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका दौरे पर हैं। यह 4 देशों का एक ग्रुप है, इसके बारे में सब जाने।

QUAD
QUAD के बारे में जाने सबकुछ | Image: AP / Shutterstock
Advertisement

QUAD Summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्वाड (Quadrilateral Security Dialogue) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका दौरे पर हैं। यह 4 देशों का एक ग्रुप है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान शामिल हैं। क्वाड को चार देशों का एक अनौपचारिक मंच भी कहा जा सकता है जहां मिलकर राजनीतिक सुरक्षा संवाद होता है। यानी कुल मिलाकर क्वाड ग्रुप का मकसद समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है।

इस संगठन का गठन चीन की बढ़ती आर्थिक और सैन्य ताकत का मुकाबला करने को लेकर हुआ था। क्वाड को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए एक खास ग्रुप माना जाता है। आइए जानते हैं, क्या है क्वाड ? और इसके गठन का मकसद क्या है?

<span style="background-color:transparent;color:#000000;"><strong>QUAD, PC : AP</strong></span>

QUAD क्या है?

क्वाड (Quadrilateral Security Dialogue) एक राजनीतिक गठबंधन है जिसमें चार देश शामिल हैं- भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया। इसका गठन 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने किया था। इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य और आर्थिक ताकत का सामना करना है। खासकर दक्षिण चीन सागर में चीन की आक्रामक गतिविधियों को रोकने के लिए यह ग्रुप सक्रिय हुआ है।

<span style="background-color:transparent;color:#000000;"><strong>QUAD PC: </strong></span><strong>PTI&nbsp;</strong>

कैसे अस्तित्व में आया QUAD?

क्वाड का उदय 2004 की भयानक सुनामी के बाद हुआ, जब जापान, भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने एक कोर ग्रुप बनाया। इस ग्रुप का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग में नेतृत्व प्रदान करना था। 2007 में जापान ने इस ग्रुप को 'क्वाड' के रूप में स्थायी रूप दिया। हालांकि, चीन ने इसका कड़ा विरोध किया था, क्योंकि यह उसकी आंतरिक और बाहरी नीतियों के खिलाफ था।

2017 में ऑस्ट्रेलिया में सत्ता परिवर्तन के बाद इसे पुनर्जीवित किया गया और चीन का मुकाबला करने के लिए चारों देशों ने फिर से सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया। क्वाड का पहला शिखर सम्मेलन मार्च 2021 में ऑनलाइन आयोजित किया गया और दूसरा शिखर सम्मेलन 24 सितंबर 2021 को वाशिंगटन डीसी में हुआ था। इस बार छठा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें कई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी।

PM Modi in <span style="background-color:rgb(255,255,255);color:rgb(97,97,97);"><i>Quad summit</i></span>/ &nbsp;PC : AP

भारत के लिए QUAD का महत्व

भारत के लिए क्वाड का बड़ा सामरिक महत्व है, विशेषज्ञों की मानें तो, यह मंच भारत को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने का अवसर देता है। इसके माध्यम से भारत को जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ संयुक्त नौसैनिक अभ्यास करने का मौका भी मिलता है, जिससे समुद्री सुरक्षा और ताकत में इजाफा होता है। Quad में शामिल होकर भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र की समुद्री चुनौतियों का सामना करने के लिए बाकी देशों की मदद ले सकता है, जो उसे एक वैश्विक मंच पर ज्यादा मजबूती देता है।

<span style="background-color:transparent;color:#000000;"><strong>QUAD,&nbsp;</strong></span>PC: AP

चीन ने QUAD का जताया कड़ा विरोध

चीन हमेशा से क्वाड का विरोध करता आया है। 2018 में चीनी विदेश मंत्री ने इसे 'सुर्खियां बटोरने वाला विचार' कहकर खारिज किया था। उनका मानना है कि क्वाड का उद्देश्य चीन के वैश्विक प्रभाव को कम करना है और यह एशिया में क्षेत्रीय शक्तियों के बीच तनाव पैदा कर सकता है।

<span style="background-color:transparent;color:#000000;"><strong>QUAD&nbsp;, </strong></span>PC : PTI&nbsp;

QUAD के इस बार के एजेंडा के बारे में जाने

क्वाड शिखर सम्मेलन में इस बार हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, यूक्रेन और गाजा में चल रहे संघर्ष को खत्म करने पर भी बातचीत संभव है। समुद्री सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा जैसे मुद्दों पर भी बात की जाएगी। इसके साथ ही, कैंसर मूनशॉट पहल की शुरुआत की जाएगी, जो कैंसर के इलाज पर ध्यान केंद्रित करेगी। क्वाड सम्मेलन वैश्विक चुनौतियों पर सामूहिक प्रतिक्रिया देने का एक जरूरी मंच बन चुका है, जिसमें सदस्य देश आपसी सहयोग को और मजबूत कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें:  EXPLAINER/ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई, सिसोदिया की सलाहकार... कौन हैं आतिशी?

यह भी पढ़ें:  किसे देख डरा अगस्त्य, आंटी पंखुड़ी का भी झटका हाथ, VIDEO

22:21 IST, September 21st 2024