अपडेटेड 18 November 2024 at 23:53 IST
'ओम महागणपतये नम:', रियो डी जनेरियो में पीएम के स्वागत में हुआ मंत्रोच्चारण, PM मोदी बोले- Excellent
PM Modi: G20 समिट में शामिल होने के लिए पीएम मोदी रियो डी जनेरियो पहुंचे, जहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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PM Modi: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ब्राजील में जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन में सामिल होने के लिए रियो डी जेनेरियो पहुंचे। पीएम मोदी का ब्राजील में भव्य तरीके से स्वागत किया गया। यहां उनका स्वागत ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने किया। राष्ट्रपति दा सिल्वा और प्रधानमंत्री मोदी हाथ मिलाते हुए देखे गए और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से बातचीत की। पीएम मोदी के स्वागत में ब्राजील में वैदिक मंत्र का उच्चारण भी किया गया।
पीएम मोदी ने पूरे मंत्र को बड़ी ही गंभीरता के साथ सुना और अंत में ताली बजाकर खूब सराहना भी की। वेदिक मंत्र सुनने के बाद पीएम मोदी ने ताली बजाकर कहा- 'Excellent'। समिट के पहले दिन में, प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील में जीवंत भारतीय संस्कृति के प्रदर्शन की सराहना की, क्योंकि उनका रियो में गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
पीएम मोदी के आगमन पर गरबा नृत्य
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील में भारतीय संस्कृति के जश्न के दृश्य साझा किए। पीएम की ओर से साझा किए गए वीडियो में छोटे बच्चों को हारमोनियम जैसे पारंपरिक भारतीय वाद्ययंत्रों के साथ वंदे मातरम गाते हुए दिखाया गया। प्रधानमंत्री का स्वागत 'जय श्री कृष्ण' के नारों के साथ किया गया और भारतीय समुदाय के सदस्यों द्वारा सुंदर गरबा प्रदर्शन भी देखा गया। हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री ने ब्राजीलियाई लोगों द्वारा गाए गए वैदिक मंत्रों की सराहना की और उनकी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, "ब्राजील में भारतीय संस्कृति का जश्न! रियो डी जेनेरियो में यादगार स्वागत के लिए आभार..."।
ब्रिक्स में कई नेताओं से पीएम मोदी ने की मुलाकात
रियो डी जेनेरियो के आधुनिक कला संग्रहालय में दो-दिवसीय शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किअर स्टॉर्मर समेत अन्य नेताओं ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि नयी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में लिये गए जन-केंद्रित निर्णयों को ब्राजील की अध्यक्षता के दौरान आगे बढ़ाया गया है।
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PM मोदी ने कहा, "मैं यह कहना चाहूंगा कि वैश्विक संघर्षों के कारण खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट से ग्लोबल साउथ के देश सबसे अधिक प्रभावित हैं। इसलिए हमारी चर्चा तभी सफल हो सकती है जब हम ‘ग्लोबल साउथ’ की चुनौतियों और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखें।"
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 18 November 2024 at 23:48 IST