Published 16:58 IST, December 15th 2024
बांग्लादेश हिंदू हिंसा को लेकर PM मोदी को हिंदू समाज पार्टी ने खून से लिखी चिट्ठी, मदद की लगाई गुहार
बांग्लाादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने और वहां अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए हिंदू समाज पार्टी ने पीएम मोदी को खून से चिट्ठी लिखी।
Bangladesh Hindu Violence: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर पीएम मोदी को हिंदू समाज पार्टी ने खून से चिट्ठी लिखी है। हिंदू समाज पार्टी ने बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा के लिए मदद की गुहार लगाई है। मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है, जहां हिंदू समाज पार्टी ने ना केवल चिट्ठी लिखी है, बल्कि बांग्लादेशी मुसलमानों के भारत छोड़ने की नारेबाजी के साथ प्रदर्शन भी किया।
हिंदू समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण कमलेश तिवारी की ओर से आयोजित हजरतगंज के अटल चौक स्थित GPO के गांधी प्रतिमा पर बांग्लादेशी मुसलमानों भारत छोड़ो कार्यक्रम को लेकर प्रदर्शन होने वाला था! हालांकि, खुरशेदबाग स्थित हिंदू समाज पार्टी के कार्यालय से कार्यकर्ताओं द्वारा जीपीओ की ओर कूच करते ही पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हिंदू समाज पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष गौरव गोस्वामी सहित कार्यकर्ताओं को नाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी गिरफ्तारी दी। चिट्ठी में लिखा गया है कि बांग्लादेश में रह रही माताओं-बहनों और तमाम हिंदुओं की जिहादी मुसलमानों से रक्षा की जाए। पार्टी नेता ने कहा, "इस चिट्ठी को लेकर मेरा GPO तक जाने का कार्यक्रम था, बीते 10 दिनों से हम ये कार्यक्रम टाल रहे हैं। शासन-प्रशासन, सबको पता है ये, लेकिन हर बार ये हमारे कार्यक्रम को रोकते हैं। आज हमें अगर जीपीओ नहीं जाने दिया जाता है, तो हम अपनी गिरफ्तारी देकर रहेंगे।"
बांग्लादेश में अगस्त से हिंदुओं के खिलाफ 88 हिंसा हुई
बांग्लादेश ने स्वीकार किया कि अगस्त में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाए जाने के बाद अल्पसंख्यकों, मुख्य रूप से हिंदुओं के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा की 88 घटनाएं हुईं। अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा कि इन घटनाओं में 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
5 अगस्त से 22 अक्टूबर के बीच हिंदू हिंसा के 88 FIR दर्ज
उन्होंने यह खुलासा ऐसे समय किया है जब एक दिन पहले विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बांग्लादेशी नेतृत्व के साथ बैठक के दौरान अल्पसंख्यकों पर हमलों की अफसोसजनक घटनाओं को उठाया था और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित भारत की चिंताओं से अवगत कराया था। आलम ने मीडिया को बताया कि पांच अगस्त से 22 अक्टूबर तक अल्पसंख्यकों से संबंधित घटनाओं में कुल 88 मामले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा, "मामलों और गिरफ्तारियों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, क्योंकि पूर्वोत्तर सुनामगंज, मध्य गाजीपुर और अन्य क्षेत्रों में भी हिंसा के नए मामले सामने आए हैं। ऐसे मामले भी हो सकते हैं जहां कुछ पीड़ित पिछली सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य रहे हों।" सरकार अब तक इस बात पर जोर देती रही है कि कुछ घटनाओं को छोड़कर, हिंदुओं पर उनकी आस्था के कारण हमला नहीं किया गया।
Updated 17:23 IST, December 15th 2024