Published 18:29 IST, January 14th 2024
कौन हैं ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई, जिसे 'हद दर्जे का गुंडा' बता चुका है चीन; करता है 'बेहद' नफरत!
Taiwan News: William Lai ने राष्ट्रपति बनते ही China को चेतावनी देते हुए कह दिया है कि चीन के उकसावे और खतरे से ताइवान को बचाना मेरी पहली जिम्मेदारी है।
Taiwan News: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के नेता लाई चिंग-ते (Lai Ching-te) ताइवान के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं। राष्ट्रपति बनते ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कह दिया है कि चीन के उकसावे और खतरे से ताइवान को बचाना मेरी पहली जिम्मेदारी है। आपको बता दें कि लाई को चीन बिल्कुल पसंद नहीं करता है। कई मौकों पर चीन के अधिकारियों ने उन्हें ताइवान की आजादी को लेकर बयान देने वाला 'झूठा' और 'हद दर्जे का गुंडा' भी बताया है।
स्टोरी की खास बातें
- राष्ट्रपति बनते ही चीन को लाई की चुनौती
- लाई को क्यों पसंद नहीं करता है चीन?
- जानिए कैसे शुरू हुई थी दोनों की नफरत
लाई को क्यों पसंद नहीं करता है चीन?
लाई और चीन के बीच तनाव की शुरुआत 2017 में हुई थी जब उन्होंने खुद को 'ताइवान की आजादी का एक कार्यकर्ता' बताया था। इस बयान के बाद मामला बढ़ गया। चीन के अधिकारियों ने भी बयानबाजी शुरू कर दी। हालांकि, कुछ समय से लाई ने ताइवान की आजादी को लेकर बयानबाजी बंद कर दी, लेकिन बीजिंग अभी तक कुछ भूल नहीं पाया है।
लाई के राष्ट्रपति बनने से पहले चीन के अधिकारियों ने उन्हें सबसे अधिक गुंडागर्दी करने वाला बताया और ये चेतावनी भी दे दी कि अगर ताइवान की आजादी का सोचा भी तो युद्ध छिड़ जाएगा। इसके अलावा जब लाई ने चीन से बातचीत करने की कोशिश की तो चीन ने उससे भी कन्नी काट ली और उनके आह्वान को खारिज कर दिया।
ताइवान ने चीन का मुंह चिढ़ाया
शनिवार, 13 जनवरी को राष्ट्रपति के ऐलान के बाद लाई ने अपने समर्थकों से बात की। उन्होंने कसम खाई कि वो दुनिया के अन्य लोकतंत्रों के साथ कदम में कदम मिलाकर चलेंगे। इसके अलावा लाई ने द्वीप की रक्षा और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की कसम खाई, जो चीन के साथ व्यापार पर काफी हद तक निर्भर है। उन्होंने ताइवान की आजादी के लिए व्यावहारिक कार्यकर्ता के रूप में अपने पहले के रुख को नरम करने का भी प्रयास किया।
Updated 18:29 IST, January 14th 2024