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OPINION

Published 16:08 IST, December 12th 2023

2024 के लिए PM मोदी का मास्टर स्ट्रोक! मोहन यादव को MP का CM बनाकर BJP ने साधा UP-बिहार

मोहन यादव को MP का CM बनाकर BJP ने UP-बिहार को साधा है। क्या ये PM मोदी का मास्टर स्ट्रोक है।

Kiran Rai
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Mohan Yadav
मोहन यादव के नाम के ऐलान के बाद BJP में जश्न का माहौल | Image: X/@ChouhanShivraj

BJP Mission 2024:  मिशन 2024 की तैयारी में भाजपा जुटी है। हिंदी पट्टी में वर्चस्व कायम है और इस पर ही आगे की पारी खेलने को पार्टी तैयार है। कहा जाने लगा है कि मोहन यादव मोदी का मास्टर स्ट्रोक हैं। भारतीय जनता पार्टी अब मिशन 120 के साथ आगे बढ़ रही है। संकेत 11 दिसंबर को ही दे दिया। बता दिया कि चुनावी समर में किसको साधने की तैयारी है, किसको मात देनी है और किसको धूल चटानी है!

खबर में आगे पढ़ें-

  • मध्य प्रदेश के CM मोहन यादव, क्यों है ये मास्टरस्ट्रोक?
  • मिशन 120 क्या?
  • किसको दिखा दिया आईना?

मध्य प्रदेश में भाजपा ने जो फैसला लिया वो चौंकाने वाला था। विरोधियों की धार कुंद करने की कोशिश स्पष्ट दिखी। शीर्ष नेतृत्व के गहरे मंथन के बाद एक ऐसा चेहरा सुर्खियों में आया जिसकी भनक तक किसी को नहीं थी। मोहन यादव सरप्राइज नाम था। मध्यप्रदेश की फिजाओं में शिवराज सिंह चौहान, प्रह्लाद पटेल, नरेन्द्र सिंह तोमर सरीखे दिग्गजों के नाम तैर रहे थे लेकिन फिर जो हुआ वो इतिहास में दर्ज हो गया। कयासबाजों की बात सच साबित हुई। राजनीति के खिलाड़ी इसे मोदी शाह का मास्टर स्ट्रोक करार दे रहे हैं लेकिन क्यों?

साधा यूपी बिहार

कहा जा रहा है कि एक तीर से बीजेपी ने कई शिकार किए हैं। सीधे सीधे यूपी बिहार को साधा है। वो प्रदेश जहां यादव वोट बैंक अच्छा खासा है। यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और बिहार में लालू प्रसाद यादव की राजद यादव वोट के बड़े दावेदार बताते हैं। लेकिन भाजपा ने सीधे सीधे इन्हें मैसेज दे दिया है कि अब इनका एक छत्र राज नहीं चलेगा । दरअसल, हाल ही में बिहार में जातिगत सर्वे कराया गया इसमें सबसे ज्यादा आबादी यानि  14.26 फीसदी यादवों की बताई गई। तो सियासी गुणा भाग में भी ये तीर निशाने से चूकता नहीं दिखता है।

मिशन 120 क्या?

मिशन 120 पर सबकी नजर है। ये है क्या? बिहार में लोकसभा की  40 तो यूपी में कुल 80 सीटें हैं। मिशन 400 का ऐलान करने वाली भाजपा के लिए दोनों प्रदेश को मिलाकर 120 सीटें काफी अहम है। एमपी में यादव वोटर 8 फीसदी हैं तो यूपी में यादव वोटरों की भागीदारी 8 से 9 फीसदी तक होने का दावा किया जाता रहा है। ऐसे में दांव पर सबसे ज्यादा सपा की साख रहती है। करीब 10 से 15 सीटें ऐसी हैं जिसमें यादव वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं।

आईना दिखाया तो पर किसे?

I-N-D-I-A गठबंधन ने 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में जोरों शोरों से ओबीसी आरक्षण का मुद्दा उठाया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत पार्टी दिग्गजों ने हर मंच से कहा- जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी दावेदारी। लेकिन इन 5 राज्य खासकर हिंदी पट्टी में विपक्षी गठबंधन ने मुंह की खाई। भाजपा फिर भी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। सवाल यही है कि क्या 2024 में होने वाले लोकसभा और बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में यादव वोटर को साधने के लिए बीजेपी ने मध्य प्रदेश में यादव चेहरे को सीएम बनाया है?
 

Updated 16:08 IST, December 12th 2023