पब्लिश्ड 14:40 IST, January 25th 2025
Republic Day 2025 Poem: गूंज उठा है देश हमारा..! गणतंत्र दिवस पर बोलें ये कविताएं
Republic Day 2025 Poem: 26 जनवरी के दिन यदि आपको देश भक्ति से जुड़ी कविता सुनानी है तो यहां दी गई कविताएं आपके काम आ सकती हैं।
Republic Day 2025 Poem: गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी के दिन यदि आपको स्टेज पर देश भक्ति से जुड़ी कविता सुनानी है तो यहां दी गई कविताएं आपके काम आ सकती हैं। इसके लिए आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। आप यहां दिए गए कविता के आइडियाज की मदद ले सकते हैं।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आप गणतंत्र दिवस पर कौन-सी कविताएं बोल सकते हैं। पढ़ते हैं आगे…
गणतंत्र दिवस पर कविताएं
आया छब्बीस जनवरी का यह खास दिन,
चारों ओर गूंज रहा जय हिंद ।
आओ मिलकर खुशी मनाएं,
संविधान का मान बढ़ाएं।
संविधान की शपथ लेकर,
हर नागरिक को आगे बढ़ना है,
प्रगति और एकता की राह पर चलकर,
नफरत को किनारा करना है।
वीर सपूतों ने जो सपने देखे,
उन्हें सच कर दिखाना है।
संविधान की शक्ति देखो,
चारों ओर भारत माता की जय-जयकार का गुंजियारा है।
भारत माता की जय !
........
गणतंत्र दिवस का है अभिमान,
आया फिर ये दिवस महान,
गूंजे भारत मां का नारा,
सबसे प्यारा देश हमारा।
वीर शहीदों ने लहू बहाया,
हर मुश्किल को पार लगाया।
देशप्रेम की ज्योति जलाकर,
एकता, प्रेम का दीप जलाएं।
यही है भारत देश की पहचान,
हर ओर गूंजे भारत मां का गुणगान।
कभी नहीं झुकेगा भारत मां का मान,
आओ मिलकर गणतंत्र दिवस मनाएंजय हिंद! जय भारत !
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गूंज उठा है देश हमारा,
तिरंगा फिर ऊंचा लहराया।
वीरों की कुर्बानी देकर,
दिल में नया जोश जगाकर
संविधान की शक्ति से हमने,
नभ में नया उजाला पाया है।
जाति-धर्म को परे हटाकर,
मिलकर सब नवयुग की रचना करें।
भारत मां की कसम खाकर
नए राष्ट्र का उत्थान करें।
हर नागरिक का यही है गान,
मिलकर बढ़ाएं देश का मान,
देश का संविधान है हमारी शान
आओ सब मिलकर गणतंत्र दिवस मनाएं
नए भारत का नायक कहलाएं।
जय हिंद! जय भारत !
अपडेटेड 14:40 IST, January 25th 2025