Published 11:49 IST, August 1st 2024
Banarasi Silk Saree: आपकी बनारसी साड़ी असली है या नकली? इन टिप्स के जरिए ऐसे करें पहचान
How To Identify Banarasi Silk Saree: अगर आप बनारसी सिल्क साड़ी लेने जा रहे हैं तो आपको इसके असली या नकली होने की पहचान के लिए ये टिप्स अपनाने चाहिए।
Banarasi Saree: भारत में बनारसी साड़ियों की बहुत डिमांड है। भारतीय महिलाएं बनारसी साड़ी पहनकर बला की खूबसूरत लगती हैं। बनारस के बाजारों में बनारसी साड़ियों को कारोबार बहुत लम्बे वक्त से फल-फूल रहा है, लेकिन अब बनारसी साड़ियों को लेकर असली और नकली का खेल शुरू हो गया है।
दरअसल, हाल ही में उत्तर प्रदेश के वाराणसी से बनारसी साड़ी को लेकर एक हैरान कर देने वाला मामला साने आया है। यहां लोगों को सस्ते दामों पर नकली बनारसी साड़ियां धड़ल्ले से बेची जा रही हैं। इसी सिलसिले में नकली बनारसी साड़ियों की पहचान के लिए अब टेक्नोलॉजी का भी सहारा लिया जा रहा है।
एएनआई के अनुसार, एक चिप निर्माता कुणाल मौर्य ने बताया, "लोगों को आजकल नकली बनारसी साड़ी बेच दी जा रही है। जो सिल्क होती भी नहीं। लोगों को नकली साड़ियां सस्ते दामों पर बेची जाती हैं...ये किट बनाने के पीछे मेरा मकसद था कि लोगों को सच का पता हो कि वो क्या खरीद रहे हैं... HKP हैंडीक्राफ्ट ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी अब बनारसी साड़ियों की असली-नकली पहचान में मदद करेगी।"
वहीं, अगर आप भी बनारसी साड़ी की खरीदारी करने जा रही हैं तो आप कुछ आसान ट्रिक्स और टिप्स के जरिए इन साड़ियों के असली या नकली होने का पता लगा सकती हैं। तो चलिए जानते हैं बनारसी साड़ी की पहचान करने वाले इन टिप्से के बारे में।
कैसे पहचानें बनारसी साड़ी असली है या नकली? (How to identify whether Banarasi saree is real or fake)
खास तरह का पैटर्न
असली बनारसी साड़ियों में एक तरह का खास पैटर्न होता है जिसे जरोक्का पैटर्न कहा जाता है। इसमें भारतीय बूटे, पैसली के साथ-साथ कई अन्य डिजाइन भी होते हैं। इन पैटर्न को सिल्क के धागों के जरिए बेहद बारीकी से साड़ी पर उकेरा जाता है, जो दिखने में बेहद रॉयल लुक देते हैं।
हाथों की कढ़ाई
बनारसी साड़ी खरीदते समय इसके पल्लू और बॉर्डर पर बने डिजाइन जरूर चेक करें। इस साड़ी के बॉर्डर और पल्लू पर सिल्क के धागों से बेहद बारीक कढ़ाई की जाती है। खास बात ये है कि असली बनारसी साड़ी में किसी मशीन नहीं बल्कि हाथों से कढ़ाई का काम किया जाता है। इसलिए पल्लू और बॉर्डर पर बने डिजाइन को बारीकी से चेक करें, कढ़ाई का साफ और सुंदर होना ही असली बनारसी साड़ी की पहचान है।
चमकदार और मुलायम
असली बनारसी साड़ी के बॉर्डर और पल्लू पर बेहद बारीक सिल्क के धागों की कारीगरी होती है, जो मुलायम होने के साथ-साथ चमकदार भी होती है। अगर आपकी साड़ी ऐसी है तो समझ लीजिए कि आपकी बनारसी साड़ी असली है।
जरी वर्क
असली बनारसी साड़ियों में जरी यानी जरदोजी का काम सोने और चांदी के रंग वाले सिल्क के बारीक धागों से किया जाता है। इसकी जांच कर आप असली और नकली बनारसी साड़ी में आसानी से फर्क जान सकते हैं।
मोटिफ्स
असली बनारसी साड़ियों में ज्यादातर मुगलिया डिजाइन होते हैं। इसमें अमरू, अंबी, डोमक आदि जैसे मोटिफ्स बनाए जाते हैं। जो दिखने में शाही लगते हैं। साड़ी पर इस तरह का डिजाइन होना असली बनारसी साड़ी की पहचान है।
सिल्क की क्वालिटी
बनारसी साड़ी की पहचान होता है उसका सिल्क का कपड़ा। सिल्क की क्वालिटी ही तय करती है कि साड़ी नकली है या असली। ऐसे में असली सिल्क की कीमत काफी ज्यादा होती है यानी कि अगर आप असली बनारसी सिल्क साड़ी खरीदते हैं तो इसकी कीमत भी ज्यादा होगी। वहीं नकली बनारसी साड़ी आपको कम दामों में भी मिल जाएंगी।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Updated 11:55 IST, August 1st 2024