पब्लिश्ड 07:34 IST, January 26th 2025
Republic Day 2025: देश मना रहा 76वां गणतंत्र दिवस, जानिए इसके पीछे की दिलचस्प कहानी और इस दिन का पूरा शेड्यूल
Republic Day History: देशभर में 76वें गणतंत्र दिवस की धूम है। ऐसे में चलिए जानते हैं गणतंत्र दिवस से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों और इसके पीछे का इतिहास।
Republic Day History: आज भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना कर रहा है। रिपब्लिक डे को लेकर आज हर भारतीय देशभक्ति के रस से सराबोर है। हर तरफ तिरंगे के तीनों रंगों केसरीया, सफेद और हरे रंग की छटा देखने को मिल रही है। सड़कों से लेकर घरों की छतों तक हर तरफ तिरंगा लहरा रहा है।
रिपब्लिक डे को लेकर देशभर में जश्न का माहौल है। ऐसे में आपको इससे जुड़ी कुछ रोचक जानकारी जरूर जान लेनी चाहिए। रिपब्लिक डे के इतिहास से लेकर इसकी तारीख तक, आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस से जुड़ी कई अहम बातें।
दो साल, 11 महीने और 18 दिन की मेहनत (History of Republic Day)
भारत का संविधान बनाने के लिए संविधान सभा का गठन किया गया था। इसमें 22 समितियां थी। इनमें सबसे अहम समिति प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) थे। जिनकी अध्यक्षता में दो साल, 11 महीने और 18 दिन की मेहनत के बाद दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान तैयार किया गया था।
लिखित रूप से संविधान तैयार करने के बाद डॉ. आंबेडकर ने संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सौंप दिया था। हालांकि इसे लागू करने में पूरे दो महीने का समय लगा। जिसके पीछे तर्क दिया जाता है कि 26 जनवरी के ‘पूर्ण स्वराज’ के ऐलान के महत्व को कायम रखने के लिए संविधान को दो महीने बाद लागू किया गया। इस तरह से 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस (first republic day) मनाया गया।
26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस (Why is Republic Day celebrated only on 26 January)
साल 1929 के दिसंबर महीने में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) ने लाहौर अधिवेशन में ऐतिहासिक ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया था। जिसके बाद पहली बार 26 जनवरी 1930 को स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। हालांकि, पूर्ण रूप से आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी जिसे अधिकारिक रूप से स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था।
यही वजह थी कि 26 जनवरी की तारीख की खासियत को बरकरार रखने के लिए साल 1950 में 26 जनवरी (26 January) को संविधान (Constitution) लागू किया गया, जिसे तभी से गणतंत्र दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाने लगा था। 26 जनवरी, 1950 को संविधान को अपनाने के साथ भारत ने खुद को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राज्य घोषित कर दिया था।
26 जनवरी के पूरे दिन का शेड्यूल (Full day schedule of 26 January)
- गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री द्वारा देश के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ की जाती है।
- इसके बाद, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर पहुंचते हैं।
- परंपरा के अनुसार, भारत का राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराता है और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान किया जाता है।
- परेड की शुरुआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ होती है।
- गणतंत्र दिवस की परेड देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती है।
- इस दौरान कई झांकियां और फ्लाई पास्ट के अलावा भी कई कार्यक्रम किए जाते हैं।
अपडेटेड 07:34 IST, January 26th 2025