Published 20:09 IST, September 26th 2024
World Heart day 2024: दिल से जुड़ी इन बातों को सच समझ लेते हैं लोग, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
World heart day: पिछले कुछ समय में दिल की बीमारियों के कई मामले सामने आए हैं ऐसे में लोगों में इसे लेकर कई तरह के भ्रम हो गए हैं। आइए उनके बारे में जानें...
World Heart Day 2024: पिछले कुछ सालों में व्यक्ति का लाइफस्टाइल और खानपान इतना ज्यादा बिगड़ चुका है, कि महज 40 साल की उम्र से लोगों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी कई समस्याओं का खतरा बढ़ गया है। इसमें दिल से जुड़ी बीमारी भी शामिल हैं। हालांकि लोगों में दिल की बीमारियों को लेकर कुछ भ्रम भी है, जिसे दूर करना बेहद जरूरी हो गया है, तो चलिए जानते हैं कि इसके बारे में एक्सपर्ट्स की क्या राय है?
आर्टेमिस हॉस्पिटल्स के डॉ. अमित कुमार चौरसिया, चीफ कैथ लैब और टीएवीआई (यूनिट I) के मुताबिक जिस तरह से इन दिनों दिल की बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं। ऐसे में लोगों में दिल की बीमारियों से जुड़े कुछ भ्रम भी देखने को मिल रहे हैं, जिसे दूर करना जरूरी है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
भ्रम: दिल की बीमारियां पुरुषों को होती हैं?
सच: वास्तविकता यह है कि दिल की बीमारियों का जितना खतरा पुरुषों में होता है, उतना ही महिलाओं में भी होता है। इसलिए महिलाओं को ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि उन्हें कम खतरा है।
भ्रम: हार्ट अटैक के समय हमेशा सीने में दर्द होता है?
सच: यह सोचना गलत है कि हार्ट अटैक में हमेशा सीने में दर्द होता है। कभी-कभी हार्ट अटैक साइलेंट भी होता है। इसलिए दिल की बीमारियों से जुड़े सभी संकेतों पर नजर रखना और जांच कराना जरूरी है। सीने में दर्द के लक्षण के भरोसे नहीं बैठे रहा जा सकता है।
भ्रम: कोई लक्षण नहीं दिख रहा, इसलिए कोई खतरा नहीं है?
सच: दिल से जुड़ी हर बीमारी का लक्षण दिखाई दे, ऐसा जरूरी नहीं है। बहुत से लोगों में दिल से जुड़ी समस्याओं का तब तक पता नहीं चलता, जब तक स्थिति गंभीर न हो जाए। इसलिए समझदारी इसी में है कि नियमित जांच कराते रहें और दिनचर्या सही रखें।
भ्रम: कम उम्र में चिंता की कोई बात नहीं?
सच: यह सच है कि बड़ी उम्र में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन इसका यह अर्थ बिलकुल भी नहीं है कि कम उम्र में इसका खतरा नहीं होता। दिल की बीमारियां किसी भी उम्र में हो सकती हैं। इसलिए सतर्कता जरूरी है।
भ्रम: अगर एक बार हार्ट अटैक आ चुका हो तो एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए?
सच: एक्सरसाइज करते हुए हार्ट अटैक का शिकार हुए कुछ लोगों की खबरें देखकर कई बार मन में एक्सरसाइज को लेकर डर बैठ जाता है। कुछ लोग कहते हैं कि हार्ट अटैक के बाद एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। यह सही नहीं है। डॉक्टर की सलाह से हल्का और नियमित व्यायाम सभी के लिए जरूरी है। इससे भविष्य में दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Updated 20:09 IST, September 26th 2024