अपडेटेड 18 November 2021 at 19:28 IST

Vitamin D Deficiency: सर्दियों में ज्यादा क्यों होती है विटामिन-डी की कमी, इन लक्षणों को न करें इग्नोर

Vitamin D Deficiency: विटामिन-डी जिसे सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है, यह हमारे स्वस्थ शरीर के लिए एक बेहद जरूरी विटामिन में से एक होता है।

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Vitamin D Deficiency: विटामिन-डी जिसे सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है, यह हमारे स्वस्थ शरीर के लिए एक बेहद जरूरी विटामिन में से एक होता है। यह एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो हमारे खाने, सप्लीमेंट्स और सबसे जरुरी सूरज से मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि सूरज की रोशनी आपके शरीर में विटामिन डी के स्तर को बढ़ाने का सबसे अच्छा और सबसे प्राकृतिक तरीका है। 

हालांकि, व्यस्त काम काजी जीवन के कारण, हम अक्सर अपने शरीर की जरूरतों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे हमारे शरीर पर कुछ प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। यह तभी ध्यान में आता है, जब हम शरीर में भारी बदलाव का अनुभव करते हैं या किसी तरह की असुविधा या दर्द से गुजरते हैं। विटामिन-डी हमारी हड्डियों को स्वस्थ रखने, चिंता को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

विटामिन-डी क्यों है जरूरी?

जैसा कि सब जानते हैं कि सूरज की रौशनी के संपर्क में आने से विटामिन-डी शरीर में प्राकृतिक तौर पर बनता है। इसके अलावा विटामिन-डी को खाने और सप्लीमेंट्स की मदद से भी लिया जा सकता है। विटामिन डी का पर्याप्त स्तर शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण को नियंत्रित करने में मदद करता है।

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यह इम्यूनिटी में सुधार करता है, और कई तरह के इन्फेक्शन  के साथ बीमारियों से लड़ता है और हड्डियों एवं दांतों के सामान्य विकास को भी आसान बनाता है।

इसके अलावा विटामिन-डी तनाव, बेचैनी को कम कर स्वाभाव में बदलाव लाता है। साथ ही जो लोग वजन को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, उनके लिए विटामिन-डी बेहद ही  फायदेमंद होता है।

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जानें क्या है विटामिन डी की कमी के संकेत 

थकान और कमजोरी

विटामिन डी की कमी से पीड़ित लोगों को अक्सर सामान्य थकान और कमजोरी का सामना करना पड़ता है। यदि आप अपने आप को पूरे दिन जम्हाई लेते हुए पाते हैं, तो आपको अपने विटामिन डी के लेवल का टेस्ट करवाना चाहिए और स्वास्थ्य सेवा प्रोवाइडर या डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

हड्डियों में दर्द विटामिन डी की कमी का संकेत 

विटामिन डी को 'रिकेट्स' का इलाज माना जाता है, एक ऐसा विकार जिसके कारण बच्चों में हड्डियां कमजोर और मुलायम हो जाती हैं। चूंकि विटामिन डी कैल्शियम और फास्फोरस को अवशोषित (Absorb)  करने में मदद करता है, जो बदले में हड्डियों का निर्माण और मजबूती करता है, इसलिए इसकी कमी से हड्डियों में दर्द हो सकता है।

मांसपेशियों में दर्द

विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में पुराना दर्द भी हो सकता है। यदि आप पुरानी मांसपेशियों में दर्द से पीड़ित हैं, तो ब्लड टेस्ट के माध्यम से अपने विटामिन डी स्तर की जांच करवाएं। इसमें 

दो प्रकार के परीक्षण हैं जो आपकी कमी की पुष्टि कर सकते हैं- 25-हाइड्रोक्सीविटामिन डी, जिसे संक्षेप में 25 (ओएच) डी के रूप में जाना जाता है।

बाल झड़ना

 बालों के झड़ने के कई कारण होते हैं, उचित पोषण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कम विटामिन डी के स्तर से जुड़े बालों के झड़ने के दो प्रकार होते हैं - पहला महिला पैटर्न बालों का झड़ना, जो खोपड़ी पर बालों के समग्र पतलेपन की ओर जाता है और दूसरा पूरे शरीर में बालों का झड़ना होता है।

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Published By : Priya Gandhi

पब्लिश्ड 18 November 2021 at 19:13 IST