पब्लिश्ड 09:10 IST, January 8th 2025
कौन हैं वी नारायणन? जो अब संभालेंगे ISRO की कमान, एस सोमनाथ की लेंगे जगह, जानें इनके बारे में सबकुछ
भारत सरकार ने ISRO के नए चीफ घोषणा कर दी है। वी नारायणन 14 जनवरी से इसरो के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
ISRO NEW CHIEF: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को नया अध्यक्ष मिल गया है। मंगलवार, 7 जनवरी को भारत सरकार ने इसरो के नए चीफ के नाम का ऐलान किया। वी नारायणन ISRO के नए चीफ होंगे जो एस सोमनाथ की जगह लेंगे। वो 14 जनवरी को नए अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
भारत सरकार ने ISRO के नए चीफ घोषणा कर दी है। वी नारायणन 14 जनवरी से इसरो के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे और साथ ही वह अंतरिक्ष विभाग के सचिव का पद भी संभालेंगे। नियुक्ति समिति के आदेश के अनुसार नारायणन अगले दो सालों तक या आगामी आदेश तक इन दोनों महत्वपूर्ण पदों पर काम करेंगे।
वी नारायणन ISRO के नए चीफ बने
वी नारायणन 14 जनवरी को ISRO के मौजूदा प्रमुख एस सोमनाथ की जगह लेंगे। नारायणन इसरो के जाने माने वैज्ञानिक हैं और वर्तमान में केरल के वलियामाला में लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (LPSC) के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में उनका लगभग 4 दशकों का अनुभव है। इसके साथ ही उन्होंने इसरो में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
कौन हैं वी नारायणन?
डॉ वी नारायणन की विशेषज्ञता रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट प्रोपल्शन में है। उनके नाम कई उपलब्धियां हैं। उनमें से एक बड़ी उपलब्धि GSLV Mk III व्हीकल के C25 क्रायोजेनिक प्रोजेक्ट के लिए प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में काम करना है। उनके नेतृत्व में टीम ने GSLV Mk III के महत्वपूर्ण कंपोनेंट C25 स्टेज को सफतलापूर्वक विकसित किया है।
VSSC से की थी वैज्ञानिक यात्रा की शुरुआत
वी नारायणन 1984 में इसरो में शामिल हुए थे और एलपीएससी के डायरेक्टर बनने से पहले अलग-अलग पदों पर काम किया। इन दिनों वो लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (LPSC) के निदेशक के तौर पर कार्यरत हैं जो ISRO का एक प्रमुख केंद्र है। इनकी वैज्ञानिक यात्रा की शुरुआत विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) से हुई जहां उन्होंने Augmented Satellite Launch Vehicle (ASLV) और Polar Satellite Launch Vehicle (PSLV) के विकास में अहम योगदान दिया।
एस सोमनाथ का कार्यकाल कब होगा खत्म
बता दें कि जनवरी 2022 में एस सोमनाथ ISRO चीफ की कमान संभाली थी। उनका दो साल का कार्यकाल इसी महीने खत्म होने वाला है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की, जिनमें चद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग शामिल है। अब वी वी नारायणन की नियुक्ति ISRO के लिए एक अहम कदम है क्योंकि उनका अनुभव और योगदान भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में उल्लेखनीय रहा है।
अपडेटेड 09:10 IST, January 8th 2025