पब्लिश्ड 13:47 IST, January 9th 2025
Sambhal Violence: 1978 संभल दंगों की फिर से होगी जांच? SP ने बताई क्या है सच्चाई
संभल में साल 1978 में दंगे हुए थे, जिसमें 184 लोग मारे गए थे। इन दंगों के बाद बड़ी संख्या में हिंदुओं ने संभल से पलायन किया था।
Sambhal News: 1978 संभल दंगों की फिर से जांच नहीं होगी। एसपी ने उन खबरों का खंडन कर दिया है, जिसमें दंगों की फाइल फिर से खुलने का दावा किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि दंगों की जांच की भ्रामक सूचना फैलाई जा रही है।
इससे पहले ऐसी खबरें सामने आई थीं कि योगी सरकार ने उन 1978 संभल दंगों की जांच फिर से कराने के आदेश दिए हैं, जिसमें 184 लोग मारे गए थे।
संभल एसपी ने जांच की खबरों को बताया अफवाह
संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि एक भ्रामक सूचना सोशल मीडिया के द्वारा फैलाई जा रही है कि साल 1978 में जब संभल जनपद मुरादाबाद का हिस्सा था, तो उन दंगों की दोबारा जांच कराई जा रही है। इस तरह का कोई भी मामला नहीं है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में MLC श्रीचंद शर्मा के द्वारा एक पत्र दिया गया था और रूल नंबर 115 के तहत शासन के द्वारा एक आख्या (रिपोर्ट) मांगी गई है। 1978 के दंगे से संबंधित सूचना उनको प्रदान की जाए। उस सूचना को संकलित किया जा रहा है। पूरी सूचना संकलन करने के बाद शासन को भेजी जाएगी। इसमें सिर्फ एक सूचना शासन को देनी है। दोबारा जांच वाली बात ऐसा कुछ नहीं है।
बता दें कि यूपी विधान परिषद सदस्य श्रीचंद्र शर्मा ने संभल में 1978 के दंगों को लेकर एक पत्र लिखा गया था।
दंगों में गई थी 184 लोगों की जान
साल 1978 में संभल में हुए ये दंगे कई दिनों तक चले थे। इस दौरान हालात बेकाबू हो गए और पुलिस को कर्फ्यू भी लगाना पड़ा। कई दिनों तक संभल दंगों की आग में जलता रहा। चारों ओर सड़कों पर लोगों की लाशें बिछी थीं। दंगों के बाद दहशत में हिंदुओं ने पलायन करना शुरू कर दिया। संभल दंगों को लेकर करीब 169 केस दर्ज हुए थे। संभल दंगों में मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा केवल 24 बताया जाता है, लेकिन स्थानीय लोग बताते हैं कि इससे कई ज्यादा लोगों की मौत हुई थीं। CM योगी ने यूपी विधानसभा कहा था कि उस समय 184 लोगों की मौत हुई थी।
अपडेटेड 13:47 IST, January 9th 2025