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Published 14:43 IST, August 27th 2024

UP Politics News: बसपा की फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं मायावती, आकाश आनंद का भी कद बढ़ा

मायावती को बसपा की कार्यकारिणी की मंगलवार को लखनऊ में आयोजित बैठक में एक बार फिर सर्वसम्मति से बसपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।

Reported by: Ankur Shrivastava
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Akash Anand with Mayawati
Akash Anand with Mayawati | Image: PTI

यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की कार्यकारिणी की मंगलवार को लखनऊ में आयोजित बैठक में एक बार फिर सर्वसम्मति से बसपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। बसपा की तरफ से बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी गई। वहीं, आकाश आनंद का कद बढ़ा है। उन्हें चार राज्यों का प्रभारी बनाया गया है। इस बैठक में मायावती को अगले पांच सालों के लिए पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है।

मालूम हो कि मायावती करीब बीते बीस सालों से बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। दूसरी ओर लोकसभा चुनावों में खराब परिणामों के बाद से आकाश आनंद के कद में लगातार इजाफा किया जा रहा है। मालूम हो कि भाजपा के ऊपर किए गए एक चुनावी हमले के बाद आकाश आनंद का पार्टी में कद घटा दिया गया था। 

जारी बयान में क्या कहा गया

बयान में कहा गया कि मायावती को मंगलवार को यहां बसपा की कार्यकारिणी की बैठक में एक बार फिर सर्वसम्मति से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। बयान में कहा गया , ‘‘मायावती जी एक बार फिर सर्वसम्मति से बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं और उन्होंने संकल्प दोहराया कि देश में बहुजनों के गौरव के लिए बसपा आंदोलन के हित में हम कभी रुकेंगे नहीं, समझौता नहीं करेंगे, टूटने की बात तो दूर ही है।’’

मायावती ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की होने वाली बैठक से एक दिन पूर्व सोमवार को कहा था कि सक्रिय राजनीति से उनका संन्यास लेने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की 27 अगस्त को यहां पार्टी कार्यालय में होने वाली बैठक को लेकर मीडिया में यह अटकल लगायी जा रही थी कि मायावती अपने भतीजे आकाश आनन्‍द का कद बढ़ा सकती हैं। इसके अलावा उनके संन्यास लेने की भी अटकलें थीं।

बसपा प्रमुख ने सोमवार को ''एक्‍स'' पर लिखा था, '' बहुजनों के आम्बेडकरवादी कारवां को कमजोर करने की विरोधियों की साजिशों को विफल करने और बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर एवं कांशीराम जी की तरह ही मेरी जिन्दगी की आखिरी सांस तक बसपा के आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान आंदोलन को समर्पित रहने का फैसला अटल है।''

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Updated 14:50 IST, August 27th 2024