पब्लिश्ड 09:42 IST, January 13th 2025
Mahakumbh 2025: महाकुंभ का भव्य शुभारंभ... बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम तट पर लगाई पवित्र डुबकी; देखें VIDEO
महाकुंभ के इस अद्भुत, आलौकिक, दिव्य और भव्य नजारे की झलक सामने आई है जिसमें भारतीय संस्कृति और परंपरा का विहंगम दृश्य संगम तट पर जीवंत होता दिखाई दे रहा है।
Mahakumbh 2025 : हिंदू धर्म के सबसे बड़े आयोजनों में से एक महाकुंभ है। इसमें करोड़ों की संख्या में लोग शामिल होने पहुंचते हैं। पौष पूर्णिमा पर शाही स्नान के साथ ही महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। सुबह-सुबह श्रद्धालुओं ने संगम तट पर पवित्र डुबकी लगाई। महाकुंभ के इस अद्भुत, आलौकिक, दिव्य और भव्य नजारे की झलक सामने आई है जिसमें भारतीय संस्कृति और परंपरा का विहंगम दृश्य संगम तट पर जीवंत होता दिखाई दे रहा है।
प्रयागराज में संगम की रेती पर लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक जमावड़े में देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल होने पहुंचे हैं। भक्ति भाव से भरे श्रद्धालुओं का आज सुबह 5 बजे से ही संगम में डुबकी लगाना जारी है। जानकारी है कि सुबह साढ़े 9 बजे तक लगभग 60 लाख श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। मान्यताओं के अनुसार, संगम के पवित्र जल कुंभ में स्नान और पूजा-अर्चना का सबसे बड़ा मौका तो होता ही है, साथ ही स्नान करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। महाकुंभ से एक ड्रोन वीडियो सामने आया है जिसमें वाकई संस्कृतियों और श्रद्धा का समागम दिखाई दे रह है।
'संस्कृतियों का संगम भी, श्रद्धा-समरसता का समागम भी'
वहीं सीएम योगी ने भी अपने एक्स हैंडल पर कुछ तस्वीरें शेयर की है जिसमें श्रद्धालुओं को आस्था की डुबकी लगाते देखा जा सकता है। उन्होंने लिखा, 'जहां संस्कृतियों का संगम भी है, श्रद्धा और समरसता का समागम भी है। 'अनेकता में एकता' का संदेश देता महाकुंभ-2025, प्रयागराज मानवता के कल्याण के साथ ही सनातन से साक्षात्कार करा रहा है।'
जानकारी है कि पहले स्नान पर लगभग 1 करोड़ श्रद्धालु संगाम में डुबकी लगा सकते हैं। वहीं भारी संख्या में भक्तों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद
आस्था के 'महापर्व' महाकुंभ में लगभग 40 से 45 करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना है जो गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में शाही स्नान करेंगे। इसके अलावा यह भी जानकारी है कि करीब लाखों की संख्या में श्रद्धाल संगम तट पर कल्पवास करेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा चाक-चौबंद
वहीं 12 साल में एक बार आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं। प्रयागराज में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। प्रदेश मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के मुताबिक, महाकुंभ मेला क्षेत्र में 55 से अधिक थाने स्थापित किए गए हैं। वहीं लगभग 45 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाया गया है। इसके अलावा साइबरक्राइम विशेषज्ञ AI संचालित निगरानी तंत्र के साथ सुरक्षा में लगे हुए हैं। चौराहों और तिराहों पर बैरिकेड लगाए गए हैं, जो भीड़ की आवाजाही को नियंत्रित करने में मददगार साबित होंगे।
बता दें कि महाकुंभ का विशाल आयोजन आज यानि कि 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा।
क्या है कल्पवास?
महाकुंभ में लाखों की संख्या में संगम तट पर श्रद्धालु कल्पवास करेंगे। कल्पवास का मतलब सांसारिक सुख-सुविधाओं से परे रहकर भगवान से जुड़ना होता है। इसमें सुबह-सुबह स्नान, ध्यान, प्रार्थना समेत प्रवचन शामिल है। श्रद्धालु कल्पवास में संकल्प और नियमपूर्वक एक महीने तक संगम तट पर रहते हैं। इस दौरान वह तीनों काल गंगा स्नान, जप, तप, ध्यान, पूजन और सत्संग करते हैं।
अपडेटेड 10:49 IST, January 13th 2025