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Published 11:59 IST, December 17th 2024

Sambhal: 46 साल बाद खुला शिव-हनुमान मंदिर, घर के मालिक अहमद खुद तुड़वा रहे मकान, VIDEO आया सामने

संभल के भस्म शंकर मंदिर के ऊपर निकली बालकनी को तोड़ा गया। मकान मलिक मतीन अहमद खुद प्रशासन के साथ मिलकर अवैध निर्माण को तोड़ते नजर आए।

Reported by: Rupam Kumari
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Sambhal temple: Administration writes to ASI for carbon dating, steps up security at site
Encroachment Drive in Sambhal | Image: PTI

उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद से बस ही कुछ ही मीटर की दूरी पर बीते दिनों जिला प्रशासन ने एक शिव-हनुमान मंदिर को खोज की थी। 46 साल बाद प्रशासन की मौजूदगी में इस मंदिर का ताला खोला गया था और फिर साफ-सफाई की गई थी। इसके अगले दिन मंदिर में सुबह की आरती हुई और फिर महादेव का रुद्राभिषेक भी किया गया। मंगलवार, 17 दिसंबर को मंदिर के आसपास में अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया।

शहर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ नगरपालिका ने सख्त कार्रवाई करते हुए सोमवार को अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत जामा मस्जिद वाले इलाके में सड़क और नालों पर बने अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया। इस कड़ी में मंगलवार को दूसरे दिन भी अभियान को जारी रखा। संभल के भस्म शंकर मंदिर से सटे घरों में हुए अवैध निर्माण पर कार्रवाई हुई। इस दौरान मकान मालिक खुद अतिक्रमण हटाते नजर आए।

संभल मंदिर के पास अतिक्रमण हटाओ अभियान

दरअसल, संभल के भस्म शंकर मंदिर के ऊपर निकली बालकनी को हटाया गया। मकान मालिक अहमद खुद प्रशासन के साथ मिलकर इस अवैध निर्माण को तोड़ा। इलाक में मकानों और दुकानों के आगे बनाए गए स्लैब और सीढ़ियों को भी बुलडोजर की मदद से तोड़ गया। कार्रवाई के दौरान भारी पीएसी बल तैनात रहा।

जामा मस्जिद इलाके में भस्म शंकर मंदिर

बता दें कि बीते दिनों संभल जामा मस्जिद इलाके में बिजली चोरी की शिकायत मिली थी। क्षेत्र का निरीक्षण करते समय प्रशासन अचानक इस मंदिर में पहुंचे। फिर आलाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। फिर मंदिर को खोला गया और साफ-सफाई की गई। रविवार को 46 साल बाद इस मंदिर में सुबह की आरती हुई। नमाज की आवाज के बीच बर्क के मोहल्ले में रविवार को शंख और घंटी की भी आवाज गूंजी। बढ़ी संख्या में लोग आरती में शामिल भी हुए थे।

1978 दंगे में क्या हुआ था?

स्थानीय लोगों का दावा है कि 1978 में सांप्रदायिक दंगों के बाद हिंदू समुदाय के सदस्यों के यहां से पलायन करने के बाद से ही यह मंदिर बंद था। मंदिर पर मुस्लिमों ने कब्जा कर मकान में मिला लिया था। इतना ही नहीं मंदिर के बराबर कुएं को भी पाट दिया गया था। बता दें कि भस्म शंकर मंदिर सपा सांसद जिया उर्रहमान बर्क के आवास से महज दो सौ और सर्वे को लेकर चर्चा में आई शाही मस्जिद से पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित है।

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Updated 11:59 IST, December 17th 2024