पब्लिश्ड 13:02 IST, January 4th 2025
'इतिहास गवाह है भारत में बाबर,चंगेज खान, तैमूर और औरंगजेब...', आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ओवैसी को क्यों कहा मॉडर्न जिन्ना?
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि भारत में बार-बार मंदिरों को तोड़ा गया है। बाबर, तैमूर लंग, चंगेज खान और औरंगजेब जैसे आक्रमणकारियों ने बार-बार ये काम किया है।
Acharya Pramod Krishanam Slams AIMIM Chief Asaduddin Owaisi: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी को भारत के एक और विभाजन की चाहत रखने वाला आधुनिक जिन्ना बताया है। दरअसल असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट में पूरे देश में पूजा स्थलों पर एक कानून लागू करने की मांग की है। ओवैसी की ओर से फुजैल अहमद अय्यूबी नाम के वकील ने ये जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को स्वीकार करते हुए 17 फरवरी को इस पर सुनवाई की तारीख दी है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि देश का इतिहास इस बात का गवाह रहा है कि भारत में बार-बार मंदिरों को तोड़ा गया है। भारत पर हमला करने वाले आक्रांताओं तैमूर लंग, चंगेज खान, बाबर और औरंगजेब जैसे शासकों ने देश के मंदिरों को तोड़ा है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ये हमले इन आक्रमणकारियों ने सिर्फ मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने के लिए नहीं किए थे बल्कि इन्होंने हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को खत्म करने के नजरिए से ये तोड़फोड़ की थी। इन आक्रमणकारियों ने विशेष तौर पर अयोध्या, काशी, मथुरा और संभल जैसे स्थानों पर बने मंदिरों को इन्होंने अपना निशाना बनाया था। चूंकि हिन्दू पुराणों में अयोध्या में भगवान राम,मथुरा में भगवान कृष्ण के अवतार का जिक्र हुआ है और संभल में कल्कि अवतार होने का जिक्र भी पुराणों में मिलता है यही वजह है कि इन आतताइयों ने सबसे पहले इन्हीं जगहों के मंदिरों पर हमला करने का काम किया। संभल की धरती को पुराणों में विशेष स्थान प्राप्त है यही वो जगह है जिसे कलयुग के श्रीहरि अवतार कल्कि की जन्मस्थली मानी जा रही है।
हिन्दू पुराणों में संभल क्षेत्र का उल्लेख
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा,'असदुद्दीन ओवैसी का दृष्टिकोण कभी-कभी विभाजनकारी दिखाई देता है और कुछ लोग ओवैसी को जिन्ना की तरह मानते हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व से देश में एकजुटता बनाए रखने में काफी मदद मिल रही है। पीएम मोदी ने अजमेर शरीफ की दरगाह में चादर भेजकर दूसरे धर्मों के प्रति सम्मान और सद्भाव को दर्शाया है।' वहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम के अलावा स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने भी संभल में भगवान विष्णु के दसवें अवतार की बात को लेकर कहा, 'मैं बताना चाहता हूं कि संभल के मामले में 45 पृष्ठों की रिपोर्ट यूपी कोर्ट में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने पेश की थी। यह लोग क्यों आए? क्योंकि सभी भक्तों ने कोर्ट से दिशा-निर्देश मांगते हुए याचिका दायर की थी। हमारे पूर्वजों ने संस्कृति को संरक्षित किया और हमें प्रामाणिक जानकारी दी। हमारे पुराणों में भी यह स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि इस गांव का नाम ‘संभल क्षेत्र’ है। संभल गांव में भगवान विष्णु का दशम अवतार कल्कि का अवतार होगा। यह हम जानते हैं और श्रीमद्भागवतम में भी यह उल्लिखित है।'
ओवैसी सहित अन्य धार्मिक नेता इस मुद्दे पर बयानबाजी से बचें
उन्होंने आगे बताया कि 'हम भगवान श्रीराम, भगवान कृष्ण और भगवान कल्कि की पूजा करते हैं। हमने काफी शोध करने पर ये निष्कर्ष निकाला है कि मुसलमानों ने वर्षों पहले इस स्थान पर आकर इसकी पहचान की और यहां पर बने हमारे मंदिरों को नष्ट कर दिया था।' उन्होंने आगे बताया, 'हम ओवैसी और अन्य धार्मिक नेताओं से इस बात की अपील करते हैं कि वे इस मामले में अनावश्यक बयानबाजी से बचें, क्योंकि संभल को लेकर हमारे पास ऐतिहासिक दस्तावेज, पुरातात्विक रिपोर्ट और कोर्ट की रिपोर्ट हैं। हम सरकार और अदालत से इस बात की अपील करते हैं कि वो जल्दी से जल्दी इस मु्द्दे का समाधान करे और हमें संभल के मंदिरों का नवीनीकरण करने की इजाजत दे। ताकि हम यहां के सांस्कृतिक महत्व को एक बार फिर से स्थापित कर सकें।'
अपडेटेड 13:16 IST, January 4th 2025