Published 23:31 IST, December 20th 2024
UP News: कथा में भारी भीड़ के कारण कुछ महिलाएं चोटिल, पुलिस का भगदड़ से इनकार
मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भारी भीड़ जुटने के कारण कुछ महिलाओं के चोटिल होने का मामला सामने आया हालांकि, पुलिस प्रशासन ने उन खबरों का खंडन किया।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भारी भीड़ जुटने के कारण कुछ महिलाओं के चोटिल होने का मामला सामने आया हालांकि, जिला और पुलिस प्रशासन ने उन खबरों का खंडन किया, जिसमें इस घटना को भगदड़ बताया जा रहा था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में भगदड़ की बात से इनकार किया।
उन्होंने बताया, ‘‘कुछ महिलाएं जरूर गिर गई थीं लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल ने उन्हें संभालने के लिए तुरंत मदद की।’’
घटना में घायलों के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया कि कुछ महिलाओं को मामूली चोटें आईं, जो गिरने के कारण लगीं और उन्हें प्राथमिक उपचार मुहैया करा दिया गया।
वहीं नगर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने एक बयान में बताया कि परतापुर क्षेत्र में प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम में भगदड़ की सूचना गलत है।
उन्होंने बताया, ‘‘भगदड़ नहीं मची। शांति-व्यवस्था कायम है। पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद हैं। साथ ही यहां पर एक एंबुलेंस और चिकित्सकों की टीम भी तैनात है। कोई भी हताहत नहीं हुआ है।’’
सिंह ने बताया कि शुक्रवार को लगभग एक लाख श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए।
मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया, ‘‘जानकारी के अनुसार समागम के प्रवेश द्वार के पास भीड़ जुट गई और इस दौरान एक-दो महिलाएं गिर गईं, जिनकी तुरंत मदद की गई। फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। मौके पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।’’
लोगों के फंसे होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया, ‘‘ऐसा कुछ नहीं है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘कार्यक्रम के लिए सभी जरूरी इंतजाम आवश्यकतानुसार किए गए हैं। मैंने और पुलिस अधीक्षक ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं और सुरक्षा तैनाती दोनों की योजना पहले से ही बना ली थी।’’
यह घटना शताब्दी नगर में अध्ययन पब्लिक स्कूल के पीछे स्थित एक कार्यक्रम स्थल पर श्री केदारेश्वर सेवा समिति द्वारा आयोजित शिव महापुराण कथा के छठे दिन हुई।
शुक्रवार को कथा का छठा दिन था। 15 दिसंबर से शुरू हुआ यह कार्यक्रम 21 दिसंबर तक जारी रहेगा।
Updated 23:31 IST, December 20th 2024