Published 23:56 IST, November 30th 2024
UP News: बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा के तीन इनामी आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान भड़की हिंसा में एक युवक की हत्या के आरोप में पुलिस ने 3 फरार इनामी आरोपियों को गिरफ्तार किया।
Bahraich violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महाराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान भड़की हिंसा में एक युवक की हत्या के आरोप में शनिवार को पुलिस ने तीन फरार इनामी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
बहराइच जिले के हरदी थाना अंतर्गत महाराजगंज कस्बे में गत 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में डीजे पर गाना बजाने को लेकर हुए बवाल के बीच गोली चलने से रेहुआ मंसूर गांव के निवासी रामगोपाल मिश्र (22) की मौत हो गयी थी। इसके बाद महसी, महाराजगंज व बहराइच शहर में 13 व 14 अक्टूबर को सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जुलूस के दौरान राम गोपाल मिश्र (22) नाम युवक की निर्मम हत्या के इनामी अभियुक्त सैफ अली खान को लखनऊ के विभूति खंड थाना अंतर्गत कमता से व 10-10 हजार के इनामी शोएब व जावेद खान को बहराइच के हरदी थाना अंतर्गत सोतिया भट्टा नहर पुलिया से गिरफ्तार कर न्यायालय के माध्यम से जेल भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार रामगोपाल हत्याकांड में दर्ज मुकदमे में अभी तक एक दर्जन व महाराजगंज हिंसा में दर्ज कुल 15 मुकदमों में करीब 125 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने शनिवार को बताया कि रामगोपाल मिश्र हत्याकांड तथा उसके बाद फैली साम्प्रदायिक हिंसा व अराजकता को लेकर पुलिस लगातार साक्ष्य एकत्र कर रही है। क्षेत्र की तमाम दुकानों व मकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त वीडियो साक्ष्य व अन्य तकनीकी व डिजिटल साक्ष्यों के माध्यम से घटनाओं में शामिल तमाम अभियुक्तों की पहचान की गयी है व उनकी तलाश जारी है।
उन्होंने कहा कि आज पकड़े गए तीनों अभियुक्तों को काफी पहले पहचान लिया गया था, इनकी गिरफ्तारी पर नगद पुरस्कार रखा गया था। उप्र विशेष कार्य बल (एसटीएफ), हरदी थाना व बहराइच पुलिस की टीम ने संयुक्त प्रयास से इन अभियुक्तों को आज लखनऊ व बहराइच से गिरफ्तार किया है।
इसके पहले पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि पुलिस ने 'बहराइच के महाराजगंज हिंसा से संबंधित घटनाओं के संबंध में करीब एक दर्जन नामजद व एक हजार से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ कुल 15 मामले दर्ज किए हैं। वैज्ञानिक जांच और 1,000 से अधिक वीडियो फुटेज के विश्लेषण के लिए सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के विशेषज्ञों की ग्यारह सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया और एक अलग नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया था, नियंत्रण कक्ष अभी कार्यरत है, जांच व विवेचना जारी है।'
Updated 23:56 IST, November 30th 2024