पब्लिश्ड 19:34 IST, August 3rd 2024
पहले दिखाए जाकिर नाइक के वीडियो फिर कराया धर्म परिवर्तन, बच्चों के ट्यूशन से शुरू हुआ था खेल
मस्जिद के ट्रस्टी सलीम चौधरी और 9 अन्य लोगों पर अवैध धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है। भगोड़े जाकिर नाइक का वीडियो दिखाकर ब्रेनवाश किया करते थे।
Ulhasnagar Religious Conversion: भारत के कई राज्यों में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ बने कानूनों के बाद भी धर्म परिवर्तन के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। मुंबई से सटे उल्हासनगर में धर्म परिवर्तन के आरोप में एक महिला और मस्जिद के ट्रस्टी को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के खिलाफ विट्ठल वाड़ी पुलिस ने ये कार्रवाई की है। पुलिस ने एक महिला दृष्टि चौधरी और मस्जिद के ट्रस्टी सलीम चौधरी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ये कार्रवाई दृष्टि चौधरी की मां की शिकायत पर की है।
दृष्टि चौधरी की मां ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसकी बेटी का आरोपी सलीम चौधरी और 9 अन्य लोगों ने मिलकर अवैध धर्म परिवर्तन कराया है। उसकी बेटी को हिंदू धर्म की जगह इस्लाम धर्म अपनाने को कहा जा रहा है। आरोप के मुताबिक ये गिरोह भगोड़े जाकिर नाइक का वीडियो दिखाकर ब्रेनवाश किया करते था। दर्ज की गई FIR में 10 लोगों पर धर्म के आधार पर दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज किया गया है।
'ट्यूशन के बहाने बुलाया घर'
इस मामले में कल्पना चौधरी ने गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि 'उनकी 23 साल की बेटी दृष्टि इंजीनियर बनना चाहती है। कोरोना महामारी के दौरान एक पड़ोसी अफिदा शेख ने मेरी बेटी से कहा कि उनके बच्चों को ट्यूशन पढ़ा दे। इस दौरान आरोपियों ने मेरी बेटी को जाकिर नाइक के वीडियो दिखाकर ब्रेनवाश किया।' कल्पना चौधरी ने अफिदा शेख के खिलाफ भी FIR दर्ज कराई है।
चुप रहने के लिए 50 हजार की पेशकश
शिकायतकर्ता कल्पना के मुताबिक उनकी बेटी दृष्टि का अवैध रूप से धर्म परिवर्तन कराया गया और अंबरनाथ की एक मस्जिद में उसके धर्म परिवर्तन के दस्तावेज मिले थे। जिसमें कहा गया है कि उसने अपनी मां और पिता के सामने इस्लाम कबूल कर लिया है, जो गलत है। उन्होंने दावा किया कि जब धर्म परिवर्तन के खिलाफ आपत्ति जताई, तो मस्जिद के ट्रस्टी सलीम चौधरी ने चुप रहने के लिए 50,000 रुपये की पेशकश की। आरोप है कि जबरदस्ती धर्म परिवर्तन के लिए दृष्टि के शरीर पर लोहे की रॉड से निशान भी बनाया।
आपको बता दे कि साल 2023 में दृष्टि चौधरी ने अपना घर छोड़ दिया था। दृष्टि अपने मां के साथ फोन पर संपर्क में थी, लेकिन कुछ दिनों से उसका फोन नहीं आया। इसके बाद मां को शक हुआ कि आरोपी उसे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल कर सकते हैं और इसीलिए उन्होंने अंबरनाथ पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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अपडेटेड 19:34 IST, August 3rd 2024