Published 14:50 IST, May 16th 2024
सिर मुड़ाते ही ओले पड़े...स्वाति मालीवाल कांड के बाद चौतरफा घिरे केजरीवाल,साधी चुप्पी; बैकफुट पर AAP
आरोप हैं कि जब स्वाति मालीवाल अपने नेता केजरीवाल से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचीं थीं तो विभव कुमार ने AAP सांसद के साथ मारपीट की थी।
Swati Maliwal Case: 13 मई को जब देश में लोकसभा चुनाव के लिए चौथे चरण का मतदान चला, उसके ठीक 3 दिन पहले 10 मई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल से रिहाई हुई। तकरीबन 50 दिन के बाद केजरीवाल जेल से बाहर आए, लेकिन तीसरे दिन ही 13 मई को एक बड़ी घटना ने उन्हें और उनकी पार्टी को बड़े आरोपों के घेरे में ला दिया। ये आरोप गंभीर थे, क्योंकि मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर ही आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल की कथित तौर पर पिटाई कर दी गई थी। चुनावी माहौल के बीच स्वाति मालीवाल से मारपीट का मामला एक बड़ा मुद्दा बन चुका है, जिसने आम आदमी पार्टी को बैकफुट पर धकेल दिया है। अंदाजा इसी से लगा लीजिए कि स्वाति के मसले पर केजरीवाल ने जैसे मौन धारण कर लिया है। वो एकदम खामोश हैं।
13 मई को देश में वोटिंग के दिन अरविंद केजरीवाल के आवास पर बड़ी घटना घटी थी। आरोप हैं कि जब स्वाति मालीवाल अपने नेता केजरीवाल से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचीं थीं तो मुख्यमंत्री के बेहद करीबी विभव कुमार ने AAP की सांसद के साथ मारपीट की थी। विभव कुमार ने स्वाति मालीवाल के साथ दुर्व्यवहार और अभद्रता की थी, जिसकी पुष्टि खुद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह कर चुके हैं। हालांकि केजरीवाल का कोई बयान अभी तक नहीं आया है।
केजरीवाल ने सवालों से बनाई दूरी
स्वाति मालीवाल के मामले पर केजरीवाल सवालों से दूरी बनाए हुए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को लखनऊ में थे, जहां उन्होंने पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की और फिर दोनों नेताओं ने साथ बैठकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। हालांकि केजरीवाल से स्वाति मालीवाल को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मौन व्रत धारण कर लिया। सवालों को सुनने के बावजूद केजरीवाल एकदम चुप्पी साधे रहे। यही नहीं, उन्होंने माइक को अखिलेश यादव की तरफ खिसका दिया। यहां से केजरीवाल स्वाति मालीवाल पर जवाब दिए बिना ही चले गए। इसी तरह 13 मई से लेकर 16 मई तक केजरीवाल ने सवालों का जवाब नहीं दिया है। फिलहाल केजरीवाल पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठे हैं तो विरोधियों ने उन्हें चौतरफा घेर लिया है।
केजरीवाल पर सबसे ज्यादा हमलावर है BJP
स्वाति मालीवाल के मुद्दे पर सबसे ज्यादा हमलावर भारतीय जनता पार्टी है। बीजेपी के बड़े-बड़े नेता घटना की निंदा कर रहे हैं और केजरीवाल को घेर रहे हैं। पिछले दिनों दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर बीजेपी ने प्रदर्शन भी किया। बीजेपी के नेता शहजाद पूनावाला कहते हैं कि केजरीवाल को ना सिर्फ इस्तीफा देना चाहिए, बल्कि ये बताना चाहिए कि क्या यही इनके महिला सशक्तिकरण का मॉडल है? पूनावाला ने आरोप लगाए हैं कि जो हिंसा स्वाति मालीवाल के साथ हुई वो विभव कुमार ने नहीं, बल्कि केजरीवाल ने कराई। शहजाद पूनावाला का कहना है कि शीशमहल अब शोषण महल बन गया है। मुख्यमंत्री के सामने महिला सांसद का द्रौपदी की तरह चीरहरण किया गया, उस पर (विभव कुमार) 72 घंटे तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिस व्यक्ति को उन्होंने आरोपी बताया उसे ही सरंक्षण देने का काम किया जाता है।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा दावा कर रहे हैं कि बुधवार की रात लखनऊ एयरपोर्ट पर अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और विभव एक साथ देखे गए। उनका कहना है कि जिस व्यक्ति पर स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट का आरोप लगा है, वो उनके साथ घूम रहा है। ये है आम आदमी पार्टी का असली चेहरा जो महिला विरोधी है और जो महिलाओं का अपमान करता है।
राधिका खेड़ा का कहना है कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस या INDI गठबंधन हो, वहां महिलाएं असुरक्षित हैं, ये दुख की बात है। अगर संजय सिंह ने मान लिया है कि ऐसा कुछ हुआ है तो अभी तक उन्होंने उस व्यक्ति (विभव कुमार) को जेल भी नहीं भेजा।
शाइना एनसी कहती हैं कि स्वाति मालीवाल दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हैं, राज्यसभा सांसद हैं और उनके खिलाफ जब कोई अत्याचार होता है तो स्वाभाविक रूप से हम चाहेंगे कि FIR दर्ज हो। कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला है। AAP जो महिला सशक्तिकरण और महिला सुरक्षा पर बड़ी-बड़ी बातें करती है, उनके खुद के दल में उनकी राज्यसभा सांसद सुरक्षित नहीं है।
मायावती ने राज्यसभा सभापति से की अपील
बीजेपी के अलावा मायावती ने भी मामले पर बोलना शुरू कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती कहती हैं कि राज्यसभा सभापति और महिला आयोग को इस घटना का समुचित संज्ञान लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि AAP पार्टी की महिला राज्यसभा सांसद के साथ सीएम आवास में अभद्रता के गंभीर मामले पर देश की नजर है और दोषी के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं होना अनुचित। मायावती ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और उत्पीड़न के साथ ही किसी भी नेता की तरफ से अन्य कोई भी गलत काम करने पर सख्त कार्रवाई के मामले में चाहे कोई भी पार्टी या गठबंधन हो तो इन्हें दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए। इन्हें बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व से जरूर सबक लेना चाहिए।
13 मई को स्वाति मालीवाल के साथ क्या हुआ?
13 मई को दिल्ली पुलिस को एक PCR कॉल मिली थी, जिसमें कॉलर ने खुद को स्वाति मालीवाल बताते हुए दावा किया था कि दिल्ली सीएम के आवास पर उनके ऊपर हमला हुआ है। दिल्ली पुलिस बताती है कि '13 मई को सुबह 9.34 बजे सिविल लाइंस पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें एक महिला ने सीएम आवास पर हमला होने का दावा किया। कुछ समय बाद सांसद मैडम (मालीवाल) पुलिस स्टेशन पहुंची थीं, लेकिन वो ये कहकर तुरंत चली गई कि वो बाद में शिकायत दर्ज कराएंगी।'
जब घटना का खुलासा हुआ तो आरोप अरविंद केजरीवाल के करीबी विभव कुमार पर लगे। विभव ने स्वाति मालीवाल के साथ दुर्वव्यहार और अभद्रता की थी। ये वही विभव कुमार हैं, जो पहले भी विवादों में आए थे। विभव पर 2007 में नोएडा में अपने साथियों के साथ मिलकर कथित रूप से मारपीट का आरोप लगा था। उसके अलावा दिल्ली जल बोर्ड घोटाले से लेकर शराब घोटाले तक विभव कुमार का नाम चर्चा में आया था।ईडी की टीम ने भी विभव कुमार से पूछताछ की थी। विभव कुमार 2015 में मुख्यमंत्री केजरीवाल के निजी सचिव बने।
अभी तक विभव पर एक्शन नहीं
संजय सिंह ने स्वाति मालीवाल से घटना की निंदा करते हुए विभव कुमार के खिलाफ कार्रवाई की बात की, लेकिन पूरे मामले को लगभग 72 घंटे हो लिए हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल की तरफ से विभव पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। फिलहाल केजरीवाल की खामोशी ने मामले को और बढ़ावा दे दिया है, जो बीजेपी और मायावती के बयानों से साफ है।
Updated 15:02 IST, May 16th 2024