Published 09:26 IST, December 11th 2024
'गड़े मुर्दे उखाड़ेंगे तो..', संभल मस्जिद में मंदिर के दावे पर भड़के मौर्य, हिंदुओं को दी चेतावनी
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हर मस्जिद में मंदिर खोजना बंद कर दें। अगर मस्जिद में मंदिर खोजेंगे तो लोग मंदिरों में मठ तलाशना शुरू कर देंगे।
Swami Prasad Maurya: स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदुओं और सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं। इसी क्रम में अब उन्होंने संभल के मुद्दे पर चेतावनी दे डाली है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि गड़े मुर्दे उखाड़ेंगे तो मस्जिद में मंदिर खोजने वालों के लिए बहुत महंगा पड़ेगा।
संभल के मामले पर जब स्वामी प्रसाद मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने अपने जवाब में कहा- 'हर मस्जिद में मंदिर खोजना बंद कर दें। अगर मस्जिद में मंदिर खोजेंगे तो लोग मंदिरों में मठ तलाशना शुरू कर देंगे।' मौर्य ने अपने बयान में कहा- 'इतिहास इस बात का गवाह है कि बद्रीनाथ, केदारनाथ, जगन्नाथपुरी, रामेश्वरम ये सब पहले बौद्ध तीर्थस्थल थे। उन्हें बदलकर आज हिंदू धर्म का स्थल बना दिया गया है। बात फिर यहां नहीं रुकेगी। बाद उससे आगे भी जाएगी। सम्राट अशोक ने 84 हजार बौद्ध स्थल बनवाए थे, आखिर वो कहां चले गए। इन्हीं लोगों ने उन्हें तोड़कर मंदिर बनाया है। अगर मस्जिद तोड़कर मंदिर खोजा जाएगा तो मंदिर में बौद्ध मठ भी खोजा जाएगा।'
अजमेर शरीफ विवाद पर दिया जवाब
अजमेर शरीफ दरगाह के मुद्दे पर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि ये सब पीड़ित मानसिकता के लोग हैं। ये सारी खुरापात वहीं हो रही हैं, जहां बीजेपी की सरकार है। भारतीय जनता पार्टी अपनी विफलता छिपाने के लिए हिंदू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद मुद्दा उछालकर जनता की आंख में धूल झोंकने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में अमन चेन रहे, इसके लिए जरूरी है कि 15 अगस्त 1947 के दिन देश में जिस भी धार्मिक स्थल की जो यथास्थिति रही, उसको स्वीकार करना चाहिए। इससे अमन-चैन और आपसी स्वभाव, भाईचारा बना रहे।
मूलभूल समस्याओं से ध्यान भटकाने की कोशिश- मौर्य
मौर्य ने ये भी कहा कि 'आज केंद्र और प्रदेश की सरकारें सभी मुद्दों पर बुरी तरह फेल हो चुकी हैं। देश में करोड़ों नौजवान बेरोजगार हो गए। जब से डबल इंजन की सरकार आई है, नौकरियां खत्म हो गई हैं। महंगाई आज चरम पर है। आज किसान की समस्याएं बड़े पैमाने पर किसानों को तबाही के रास्ते पर ले जा रही हैं। किसान लंबे समय से आंदोलित हैं। किसानों का हुजूम आज भी समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन कर रहा है। फिर भी सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है।'
उन्होंने कहा- 'इन सारे मूलभूल समस्याओं पर अपनी जवाबदेही ना देनी पड़े, इसलिए देश की जनता को हिंदू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद के मुद्दे पर उलझाकर गुमराह करने की कोशिश कर रही है, जिससे सरकार की कलई ना खुले और सरकार की कमियां और असफलता का भेद ना खुले। जानबूझकर जनता की आंख में धूल झोंकने के लिए मंदिर-मस्जिद और हिंदू-मुस्लिम तनाव देकर भटकाया जा रहा है।'
Updated 10:15 IST, December 11th 2024