अपडेटेड 19 March 2025 at 15:22 IST
Nagpur Violence: नागपुर हिंसा केस के पीछे सोची समझी साजिश की आशंकाओं के बीच अहम खुलासा हुआ है। नागपुर में 17 मार्च की हिंसा पर पहली जांच रिपोर्ट से कई तथ्य सामने आए हैं। 'कश्मीर पैटर्न' को लेकर भी जांच में पता चला है। हालांकि हरेक एंगल से नागपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है और अभी तक कथित मास्टरमाइंड फहीम खान समेत 51 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
महाराष्ट्र गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक, नागपुर में हुए पथराव का पैटर्न कश्मीर स्टोन पेल्टिंग की तरह नजर आ रहा है। महज 4 घंटे के भीतर लोगों तक मैसेज पहुंचाकर उन्हें मोबलाइज करना, हमले के लिए आसपास के पत्थरों का इस्तेमाल करना, पुलिस को टारगेट करना, ये सब कुछ समानताएं नजर आईं। ऐसे में कश्मीर स्टोन पेल्टिंग पैटर्न के एंगल से भी जांच हो रही है। सूत्र बताते हैं कि नागपुर दंगे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट को केंद्रीय गृह विभाग को भेजा जाएगा। आज शाम को नागपुर में सुरक्षा इंतजाम की रिव्यू मीटिंग होगी। इस मीटिंग में तय किया जाएगा की कर्फ्यू जारी रखना है या फिर कर्फ्यू को खत्म किया जाए।
'कश्मीर स्टोन पेल्टिंग' पैटर्न सामने आने पर सत्तापक्ष हमलावर है। महाराष्ट्र सरकार में गृह राज्यमंत्री योगेश कदम कहते हैं कि नागपुर दंगा पूर्व नियोजित लग रहा है और पुलिस प्रशासन दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाएगी। योगेश कदम का कहना है कि पुलिस पर हाथ उठाना जाना सहन नहीं किया जाएगा। महिला पुलिस पर जिन्होंने छेड़खानी करने का प्रयास किया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस विधायक असलम शेख ने 'कश्मीर स्टोन पेल्टिंग' पैटर्न को नकार रहे हैं। उनका कहना है कि दंगे में लोग पत्थर ही फेंकते हैं। इसे कश्मीर पथराव से जोड़ना उचित नहीं है। कांग्रेस विधायक ने यहां तक कहा कि कश्मीर के लोगों का एक अलग आंदोलन था। यहां ऐसा कुछ भी नहीं है।
पब्लिश्ड 19 March 2025 at 15:22 IST