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पब्लिश्ड 18:56 IST, January 15th 2025

चुनाव से पहले केजरीवाल के खिलाफ मुकदमे की मंजूरी सत्ता का दुरुपयोग : आप

आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी देना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सत्ता का दुरुपयोग है और यह दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी को बदनाम करने का प्रयास है।

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Delhi Election AAP leaders met Election Commission
Delhi Election AAP leaders met Election Commission | Image: @AamAadmiParty

आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी देना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सत्ता का दुरुपयोग है और यह दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी को बदनाम करने का प्रयास है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मंजूरी दे दी है।

संघीय एजेंसी ने केजरीवाल (56) को पिछले साल मार्च में गिरफ्तार करने के बाद यहां विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। आम आदमी पार्टी ने कहा कि नवंबर 2022 में दर्ज आबकारी नीति का मामला ‘‘अभूतपूर्व’’ है क्योंकि केजरीवाल को बिना किसी ‘‘अनुमति’’ के गिरफ्तार किया गया। दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आप ने एक बयान में कहा, ‘‘हम जो देख रहे हैं वह देश के इतिहास में एक अभूतपूर्व मामला है, जहां तत्कालीन मुख्यमंत्री और दो राज्यों में सत्तारूढ़ एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक को बिना किसी अनुमति के जेल में डाल दिया गया, और फिर अदालतों ने उन्हें जमानत दे दी।’’

बयान में कहा गया कि केजरीवाल को व्यक्तिगत हैसियत के साथ-साथ आप के राष्ट्रीय संयोजक होने की हैसियत से भी आरोपी बनाया गया है। पार्टी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने ‘‘टिप्पणी’’ की थी कि ईडी-सीबीआई ‘‘पिंजरे में बंद तोते’’ की तरह है, वहीं पीएमएलए अदालत ने ‘‘स्पष्ट रूप से कहा था कि केजरीवाल के खिलाफ ‘‘कोई सबूत’’ नहीं है। आप ने कहा, ‘‘अब यह बात सामने आई है कि यह सब अभियोजन स्वीकृति के बिना किया जा रहा था। मामला दर्ज होने के दो साल बाद, भाजपा के आदेश पर काम कर रही ईडी-सीबीआई ने केजरीवाल को अवैध रूप से जेल में डाल दिया और अब जाकर उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मिली है।’’

आप ने आरोप लगाया कि भाजपा ने आप नेताओं को जेल में डाला, जिन्हें बाद में जमानत मिल गई, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं था। पार्टी ने कहा, ‘‘अब वे मंजूरी की मांग कर रहे हैं, जो उनके पास नहीं थी। भाजपा द्वारा एजेंसियों का दुरुपयोग सभी के सामने स्पष्ट है। खासकर जब चुनाव नजदीक हैं यह सत्ता के दुरुपयोग को दर्शाता है।’’ आप ने कहा कि पार्टी के नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठे मामले दर्ज करने की चाल उजागर हो चुकी है। पार्टी ने कहा कि जनता अब इसे समझ चुकी है। केजरीवाल को 21 मार्च, 2024 को ईडी ने गिरफ्तार किया था और पिछले साल सितंबर में उच्चतम न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था।

अपडेटेड 18:56 IST, January 15th 2025