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Published 19:08 IST, December 24th 2024

Sambhal Violence: संभल हिंसा में पुलिस को बड़ी कामयाबी, 7 दंगाई गिरफ्तार, अबतक 47 चढ़े पुलिस के हत्थे

Sambhal Violence: संभल हिंसा को लेकर UP पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। यूपी पुलिस ने इस मामले में अबतक 47 दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें 7 आज अरेस्ट हुए।

Reported by: Digital Desk
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संभल हिंसा | Image: PTI

संभल के जामा मस्जिद में ASI सर्वे को लेकर हुए दंगे के मामले में यूपी पुलिस की बड़ी कामयाबी मिली है। यूपी पुलिस ने इस मामले में अबतक 47 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 7 लोगों की गिरफ्तारी आज हुई है। वहीं 91 लोग अब भी रडार पर हैं, जिनकी गिरफ्तारी होनी बाकी है।  

यूपी पुलिस ने आज जिन 7 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके खिलाफ CCTV से साक्ष्य मिले हैं। एफएसएल की टीम सबूत जुटा रही है। आज हुए 7 गिरफ्तार आरोपियों के शॉट्स भी सामने आए हैं। 

पुलिस ने रिक्रिएट किया क्राइम सीन

संभल हिंसा के दंगाइयों को खोज निकालने के लिए बीते दिन घटनास्थल पर फिर से सीन रिक्रिएट किया गया। संभल में फॉरेंसिक टीम ने हिंसा वाली जगह का मुआयना किया। FSL की टीम ने जामा मस्जिद के आसपास जिस जगह हिंसा हुई थी उस लोकेशन पर जाकर मुआयना किया। बताया जा रहा है कि यह फॉरेंसिक टीम आगरा से आई है। इस दौरान एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई सहित जिले के आला अधिकारी भी FSL टीम के साथ मौजूद रहे।

संभल दंगों को लेकर जब सदन में गरजे योगी

सोमवार (16 दिसंबर) को उत्तर प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र में सीएम योगी ने संभल दंगों को लेकर विपक्ष को जमकर लताड़ा। इस दौरान सीएम योगी ने संभल में हुए दंगों का इतिहास का जिक्र करते हुए बताया कि कब-कब संभल में दंगे हुए और हर दंगों में कितने लोगों की मौत हुई। सीएम योगी जब दंगों की कहानी बयां कर रहे थे तो सदन में सन्नाटा पसर गया था। संभल दंगों पर विपक्ष की हायतौबा को सीएम योगी ने घड़ियाली आंसू बताते हुए सवाल खड़ा किया कि आखिर इन निर्दोष हिन्दुओं की हत्या पर किसी भी सरकार ने कभी दो शब्द भी नहीं कहे। किसी ने उनके परिजनों से जाकर कभी उनको सांत्वना भी नहीं दी।

विपक्ष को सदन में जमकर लताड़ा

विपक्ष को घेरते हुए सीएम योगी ने कहा, “ये लोग जो आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। महोदय 1978 में जो दंगा हुआ था वो किस प्रकार की स्थिति थी, वहां पर एक वैश्य जिसने सबको पैसा उधार दे रखा था और इस बात को मानता था कि मैं तो सबको पैसा देता हूं। मेरे यहां तो सब व्यवसाय के साथ जुड़े हुए हैं। अगल-बगल के हिन्दू दंगा होने के बाद उनके घर में इकट्ठा होते हैं। इकट्ठा होने के बाद उनको घेर लिया जाता है। जब वो चारों तरफ से घिर जाते हैं तो कहते हैं कि भाई आप हमें क्यों घेर रहे हैं? तब दंगाई कहते हैं कि तुम इन हाथों से पैसा मांगोगे इसलिए उनके हाथ काटे जाते हैं, फिर उनके पैर काटे जाते हैं और फिर उनका गला रेतकर उनकी हत्या की जाती है। ये लोग सौहार्द की बात करते हैं शर्म नहीं आती इन लोगों को सौहार्द के बारे में चर्चा करते हुए।”

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Updated 19:08 IST, December 24th 2024