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Published 17:08 IST, June 12th 2024

'चाचा जी कब आशीर्वाद देने आएंगे...', रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार पर कसा तंज; जानिए क्या-क्या कहा

Bihar News: PM मोदी के साथ-साथ कैबिनेट के सभी मंत्रियों के पदभार संभालने के बाद रोहिणी आचार्य का बयान सामने आया है।

Reported by: Kunal Verma
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 rohini acharya
rohini acharya | Image: Instagram

Bihar News: PM मोदी के साथ-साथ कैबिनेट के सभी मंत्रियों के पदभार संभालने के बाद रोहिणी आचार्य का बयान सामने आया है। रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा है कि चाचा जी कब आशीर्वाद देने आएंगे?

रोहिणी आचार्य ने क्या कहा?

रोहिणी आचार्य ने नीतीश को निशाने पर लेते हुए कहा है कि जनता से इन्होंने झूठे वादे किए। इन्होंने जनता को ठनठन गोपाल बना दिया। कुछ नहीं दिया बिहार को। फिर से वो ही जुमलेबाजी कर रहे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि  चाचा जी कब आशीर्वाद देने आएंगे उनसे पूछिए। हम तो बाल-बच्चे हैं। उनका आशीर्वाद मांग रहे हैं।

तेजस्वी ने बीजेपी पर बोला था हमला

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति सत्तारूढ़ भाजपा की ‘नफरत’ के कारण मुसलमानों को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर में हिंसा पर चिंता व्यक्त करने में ‘देरी’ की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘चुप’ रहने के कारण वहां स्थिति और बिगड़ गयी।

यादव ने 72 सदस्यीय केंद्रीय मंत्रिपरिषद में एक भी मुस्लिम को शामिल नहीं किए जाने के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, "यह साफ तौर पर नफरत का संकेत है.....दूसरी ओर, हम समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में भरोसा करते हैं।" मणिपुर के संबंध में भागवत की चिंता के बारे में पूछे जाने पर, यादव ने कहा, "उन्होंने इस बारे में काफी देर से टिप्पणी की है। वहीं प्रधानमंत्री ने हर संकट पर चुप्पी साध रखी है, चाहे वह उस राज्य में हिंसा हो या दिल्ली में किसानों और महिला पहलवानों का विरोध प्रदर्शन।’’

मणिपुर में जातीय संघर्ष में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हुए हैं। यादव ने कहा कि भाजपा नीत नयी केंद्र सरकार में "निर्णायक भूमिका" होने के बावजूद, बिहार को विभागों के आवंटन में उचित हिस्सेदारी नहीं मिली।

हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य के आठ मंत्री बिहार के लिए विशेष दर्जा, वंचित जातियों के लिए आरक्षण बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने वाले कानून को नौवीं अनुसूची में शामिल करने और देशभर में जाति आधारित जनगणना जैसी मांगों को लेकर अपनी आवाज उठाएंगे।

(इनपुटः PTI भाषा के साथ)

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Updated 18:00 IST, June 12th 2024