sb.scorecardresearch

पब्लिश्ड 21:43 IST, January 22nd 2025

राजौरी में रहस्यमय बीमारी से फिर बिगड़ी 3 बच्चों की तबीयत, वायुसेना ने चॉपर से पहुंचाया चंडीगढ़ PGI; अब तक 17 की मौत

बधाल गांव में BNSS की धारा 163 लागू कर सभी सार्वजनिक और निजी आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। रहस्यमय परिस्थितियों में 13 बच्चों सहित 17 लोगों की मौत हो चुकी है।

Reported by: Digital Desk
Follow: Google News Icon
  • share
Mysterious Illness In Rajouri
राजौरी में ग्रामीणों के बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला | Image: PTI

Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में राजौरी जिले के बधाल गांव में फैली रहस्यमय बीमारी से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। गांव के कई बच्चों की हालत अभी भी गंभीर है। इस आपदा में ग्रामीणों की मदद करने के लिए भारतीय वायुसेना आगे आई है। वायुसेना ने चॉपर की मदद से 3 बीमार बच्चों को चंडीगढ़ PGI पहुंचाया है। रहस्यमय बीमारी से कुल चार ग्रामीण बीमार हैं। गंभीर हालत में एक व्यक्ति को मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

दूरराज के बधाल गांव में 7 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच 3 परिवारों के 13 बच्चों सहित 17 लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मौतों के पीछे के रहस्य को उजागर करने के लिए जांच चल रही है। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि सभी सवालों के जवाब जल्द ही दिए जाएंगे।

मरने वालों में ज्यादातर बच्चे

सीएम उमर अब्दुल्ला ने मौत के कारणों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी एक टीम तैनात की है जो नमूने एकत्र कर रही है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को सक्रिय किया और अन्य विभागों को भी शामिल किया। जिला प्रशासन भी मौतों के पीछे के कारणों को समझने की कोशिश कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 'सबसे पहले, ध्यान यह जानने पर था कि क्या यह किसी बीमारी की वजह से है और यदि यह एक बीमारी है तो हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना है कि यह न फैले। सभी परीक्षण किए गए और परिणामों से पता चला कि इसमें कोई जीवाणु या रोगाणु नहीं है।' उन्होंने कहा कि जांच जारी है और अब तक तीन परिवारों में हुई दुर्भाग्यपूर्ण मौतों के बारे में कोई ठोस कारण नहीं पता चला है। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे थे।

घरों को किया सील

गांव में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत सभी सार्वजनिक और निजी आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। अतिरिक्त जिलाधिकारी (राजौरी) राजीव कुमार खजूरिया द्वारा जारी आदेश में गांव को तीन निषिद्ध क्षेत्र में बांटा गया है। पहले जोन में उन परिवारों को शामिल किया गया है जिनमें मौत हुई हैं। इन घरों को सील कर दिया जाएगा और वहां किसी के भी प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।

दूसरे जोन में उन परिवारों को रखा गया है जो प्रभावित लोगों के करीबी संपर्क में आए थे। इन लोगों को राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भेजा गया है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। आदेश के अनुसार, तीसरे जोन के तहत पूरे गांव को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है।

(भाषा इनपुट के साथ)

ये भी पढ़ें: UP Waqf Property: बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में वक्फ बोर्ड की 1,637 जमीन, 25 फीसदी सरकारी संपत्तियों पर कब्जा

अपडेटेड 21:43 IST, January 22nd 2025