पब्लिश्ड 19:34 IST, January 13th 2025
स्टैनफोर्ड से पढ़ाई... अमेरिका से ऋषिकेश पहुंच बनीं साध्वी, 30 साल से सनातन की सेवा; अब कुंभ की भक्ति में हुईं सराबोर; VIDEO
स्टैनफोर्ड से पढ़ाई कर अमेरिका से ऋषिकेश पहुंच बनीं साध्वी। 30 सालों से सनातन की सेवा में जुटीं साध्वी भगवती सरस्वती महाकुंभ की भक्ति में सराबोर हुईं।
Prayagraj Mahakumbh 2025 : पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ ही प्रयागराज में 144 साल के बाद एक बार फिर से महाकुंभ मेला 13 जनवरी, सोमवार से शुरू हो गया। सोमवार को दोपहर दो बजे तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। वहीं विदेशों से भी लोग महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आए हैं। महाकुंभ का साक्षी बनने के लिए मूल रूप से लॉस एंजिल्स की रहने वाली और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक साध्वी भगवती सरस्वती भी यहां आई हैं।
साध्वी भगवती सरस्वती लगभग 30 सालों से परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में रह रही हैं, और अब प्रयागराज महाकुंभ 2025 में भाग ले रही हैं। साध्वी भगवती सरस्वती ने महाकुंभ को लेकर कहा, "मैं अभी पहुंची हूं कुंभ के क्षेत्र में। यह सिर्फ संगम में डुबकी लगाने का अवसर नहीं है, यह लोगों के लिए अपनी आस्था में, अपनी भक्ति में डुबकी लगाने का अवसर है। यही भारतीय संस्कृति की ताकत और महानता है...यह न तो कोई रॉक कॉन्सर्ट है और न ही कोई खेल आयोजन। इतनी बड़ी संख्या में लोग किसके लिए इकट्ठे हुए हैं? अपनी भक्ति के लिए, अपनी आस्था के लिए। यहां जो भी सरकारी व्यवस्थाएं की गई हैं - पीएम मोदी और सीएम योगी की भक्ति की शक्ति से, वो अथाह हैं।"
'जहां कुछ नहीं था, वहां अध्यात्म का शहर खड़ा कर दिया'
उन्होंने आगे कहा, "जहां कुछ है ही नहीं, जहां जल होता है, पूरा शहर खड़ा कर दिया। भक्ति और अध्यात्म का शहर खड़ा कर दिया। ये सचमुच आस्था और व्यवस्था का संगम है। ये केवल गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम नहीं है। हम सभी लोग भाग्यशाली मानते हैं कि यहां आने का अवसर मिला और जब डुबकी लगाएंगे तो केवल संगम में डुबकी लगाएंगे। हम पूरे विश्व को निमंत्रण दे रहे हैं। लोग डर जाते हैं, सुनते हैं कि बहुत भीड़ होगी, नहीं, नहीं नहीं...अपने भक्ति और विश्वास के साथ आप चले आओ।"
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए, फर्मिन एजकुर्डिया ने भारत आने पर बहुत उत्साह जताया। स्पेन से आए एजकुर्डिया ने कहा, "मैं भारत को लेकर बहुत उत्साहित हूं। यह एक अद्भुत देश है। 12 साल पहले मैं पिछले कुंभ मेले में चार दिनों के लिए गया था। यह मेरे लिए अपर्याप्त था; बहुत कम। अब मैं 30 दिनों के लिए आया हूं।"
स्पेन से आए जेवियर डी उस्केलेरिया ने बताया कि वे छह बार भारत आ चुके हैं, पहली बार 1984 में आए थे और वे दो बार कुंभ मेले में शामिल हुए हैं। "यह 12 साल पहले की बात है और अब की बात है। यह बहुत आश्चर्यजनक लगता है और बहुत ध्यान आकर्षित करता है।"
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अपडेटेड 19:43 IST, January 13th 2025