अपडेटेड 4 September 2021 at 17:46 IST

Yogi Adityanath Profile: गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर से योगी आदित्‍यनाथ कैसे बने 'यूपी के नायक', जानिए उनकी जिंदगी से जुड़ी हर बात

योगी आदित्‍यनाथ का जन्‍म उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश था) के पौड़ी जिला स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव के राजपूत परिवार में हुआ था।

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उत्तर प्रदेश में 2022 (Uttar Pradesh Assembly election 2022) होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गणित शुरू हो चुकी है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने दांव चल रही हैं। बात अगर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) की करें तो वो उत्तर प्रदेश में इस बार भी मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) के चेहरे पर चुनाव लड़ने जा रही है। बात इसलिए भी बड़ी है क्‍योंकि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित नहीं किया था। चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद पार्टी की तरफ से 5 बार सांसद रहे योगी आदित्‍यनाथ को सीएम बनाया गया था।

ये सीएम योगी के कुशल नेतृत्‍व का परिणाम ही है कि बीजेपी उनके चेहरे पर उस प्रचंड जीत को दोहराना चाहती है। आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा 403 में से 312 सीटें जीती थी। अब जीत को फिर दोहराने की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ के कंधों पर है। तो आइए आपको योगी आदित्‍यनाथ की जिंदगी से जुड़ी हर बात बताते हैं।

उत्तराखंड के पौड़ी में हुआ था योगी आदित्‍यनाथ का जन्‍म

योगी आदित्‍यनाथ का जन्‍म उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश था) के पौड़ी जिला स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव के राजपूत परिवार में हुआ था। उनका नाम अजय सिंह बिष्ट था। इनके पिता का नाम आनन्द सिंह बिष्ट, जो एक फॉरेस्ट रेंजर थे। इनकी मां का नाम सावित्री देवी है। 20 अप्रैल 2020 को उनके पिता आनन्द सिंह बिष्ट की मृत्यु हो गई।

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 योगी आदित्‍यनाथ ने स्‍कूल की पढ़ाई टिहरी के एक स्थानीय स्कूल से की। उसके बाद उन्‍होंने विज्ञान में स्नातक किया। अपने छात्र जीवन के दौरान उन्होंने कई सामाजिक गतिविधियों और आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया। गणित में एमएससी की पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर रिसर्च करने गोरखपुर आए। यहां गोरक्षनाथ पीठ के महंत अवैद्यनाथ की नजर अजय सिंह पर पड़ी। 1994 में सांसारिक मोहमाया त्यागकर वो पूर्ण संन्यासी बन गए, जिसके बाद अजय सिंह बिष्‍ट का नाम योगी आदित्यानाथ हो गया।

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योगी आदित्‍यनाथ का राजनीतिक सफर

सबसे पहले 1998 में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े और जीत गए। तब इनकी उम्र केवल 26 वर्ष थी। वो बारहवीं लोक सभा (1998-99) के सबसे युवा सांसद थे। 1999 में ये गोरखपुर से पुनः सांसद चुने गए। अप्रैल 2002 में इन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी बनायी। 2004 में तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता।

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2009 में ये 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे। 2014 में पांचवी बार एक बार फिर से दो लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर ये सांसद चुने गए। 19 मार्च 2017 में उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुनकर मुख्यमंत्री पद सौंपा गया।

बतौर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के बड़े फैसले

  • योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही ये आदेश दिया है कि जल्द से जिल्द एक ऐसी योजना तैयार की जाए, जिसकी सहायता से उत्तर प्रदेश में चल रहे अवैध कसाईखाने बंद कराये जा सकें।
  • योगी आदित्‍यनाथ ने राज्य के पुलिस प्रमुखों को आदेश दिया है, कि राज्य में होने वाले गाय की तस्करी पर जल्द से जल्द कार्यवाही करे। इस कार्य के लिए उन्होंने ‘जीरो –टॉलरेंस’ की नीति अपनाने की बात कही।
  • ‘एंटी रोमियो स्क्वाड’ नाम की टीम का गठन करने का आदेश दिया। ये टीम लखनऊ के ग्यारह जिलों में तैनात की गयी है, जो मनचलों को सबक सिखाती हैं। 
  • मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्‍यनाथ ने फैसला लिया कि सरकारी कार्यालय में किसी कर्मचारी को पान या तम्बाकू खाने की इजाजत नहीं होगी।
  • योगी ने सरकारी कार्यालयों में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी।
  • योगी ने कैबिनेट के सभी मंत्रियों को उनके व्यक्तिगत सभी अचल एवं चल धन सम्पति का सारा ब्यौरा पंद्रह दिन के अन्दर उनके सामने लाने को कहा है।
  • अयोध्या में एक विशाल रामायण म्यूजियम के निर्माण का फैसला।
  • योगी आदित्यनाथ ने ग़ैर सरकारी सलाहकारों को नौकरी से हटाने का फैसला किया है।
  • योगी आदित्‍यनाथ ने समाज से VIP कल्चर को हटाने के लिए अपने सभी मंत्रियों को आदेश दिया कि वे अपनी निजी गाड़ियों में लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
  • उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ी जनसंख्या वाला राज्य है। बावजूद इसके कोरोना संक्रमण के दौरान योगी सरकार ने बड़ी मुस्तैदी के साथ इससे निपटा है और उसे नियंत्रित किया है। 
  • उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा एयरपोर्ट वाला राज्य बन गया है। सूबे में कुल 7 एयरपोर्ट हो गए हैं, जहां से उड़ाने भी शुरू हैं।
  • सके अलावा यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेस वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे और बलिया लिंक एक्सप्रेसवे, ऐसी आधुनिक और चौड़ी सड़कें बनाई जा रही हैं।
  • ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी भी बनाने का काम तेजी से चल रहा है।
  • गन्ना किसानों की समस्या को लेकर सीएम योगी ने बताया कि बीते 4 वर्ष के कार्यकाल में प्रदेश सरकार ने 1.27 लाख करोड़ रुपए से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान किया। कोरोना कालखंड के दौरान भी सभी 119 चीनी मिलों का सफलतापूर्वक संचालन किया गया। प्रदेश में 20 नए कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्थापना की गई है। 

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 4 September 2021 at 17:30 IST