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Published 10:17 IST, July 1st 2024

कांग्रेस की 'प्रेशर पॉलिटिक्स' का ममता ने ढूंढा तोड़! अवधेश पर दांव खेल साधे एक तीर से दो निशाने

सूत्र बताते हैं कि ममता बनर्जी ने डिप्टी स्पीकर के लिए समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के नाम का प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को दिया है।

Reported by: Dalchand Kumar
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Mamata Banerjee, Mallikarjun Kharge and Rahul Gandhi
ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी | Image: Facebook

तकरीबन 28 दलों की एकता से खड़े हुए इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस मतलब INDI अलायंस पर कांग्रेस लगभग कब्जा कर चुकी है। अलायंस के महत्वपूर्ण फैसलों में कांग्रेस का दबदबा रहा है। यहां तक कि हालिया लोकसभा के स्पीकर चुनाव में खुद का कैंडिडेट उतारकर पार्टी अपने सहयोगियों को संदेश के चुकी है कि उसके फैसले ही INDI गठबंधन के फैसले हैं। ऐसा नहीं है, कांग्रेस की 'दादागिरी' का विरोध किसी ने किया नहीं है, नीतीश कुमार इसी पार्टी की गठबंधन को हथियाने वाली नीति को जिम्मेदार बताकर INDI को छोड़ चुके हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी भली-भांति समझ रही हैं कि गठबंधन लगभग कांग्रेस के कब्जे में जा चुका है। खैर, अब ममता बनर्जी ने एक ऐसा दांव चल दिया है, जिससे सिर्फ कांग्रेस की परेशानी नहीं बढ़ेगी, बल्कि खुद ममता बनर्जी का पक्ष मजबूत हो जाएगा।

संसद में सांसदों का संख्याबल बढ़ा है तो विपक्ष लोकसभा स्पीकर पद से लेकर डिप्टी स्पीकर पद पर कब्जे की कोशिश में लगा है। खैर, लोकसभा स्पीकर का चुनाव संपन्न हो चुका है और बीजेपी के ओम बिरला लगातार दूसरी बार इस कुर्सी पर बैठे हैं। हालांकि डिप्टी स्पीकर का पद खाली है, जिसके लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में मुकाबला हो सकता है। इसी बीच ममता बनर्जी ने डिप्टी स्पीकर पद के लिए एक नाम सुझाया है, जिससे कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।

ममता बनर्जी ने एक तीर से दो निशाने साधे

ममता बनर्जी ने कैसे एक तीर से दो निशाने साध लिए हैं, इसको ऐसे समझ सकते हैं कि जब लोकसभा स्पीकर का चुनाव हुआ तो कांग्रेस ने खुद ही अपने सांसद के सुरेश को कैंडिडेट के रूप में उतार दिया, लेकिन इस एकतरफा फैसले से ममता बनर्जी खुश नहीं थीं। टीएमसी ने एक बयान में कहा था कि स्पीकर चुनाव में उम्मीदवार उतारने से पहले उससे सलाह नहीं ली गई थी। इसे टीएमसी ने 'एकतरफा' फैसला करार दिया था। यही नहीं, टीएमसी ने एक सुरेश के नामांकन पर साइन भी नहीं किए थे। इस पूरे घटनाक्रम में दिखा था कि ममता बनर्जी अकेले पड़ चुकी हैं, क्योंकि किसी और दल ने के सुरेश को उम्मीदवार बनाए जाने पर आपत्ति नहीं जताई थी। मसलन ममता बनर्जी को पीछे हटना पड़ा था।

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फिलहाल डिप्टी स्पीकर पद के लिए संभावित चुनाव की तैयारी चल रही है। वैसे डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को देने की परंपरा रही है, लेकिन बीजेपी बिना चुनाव के ये पद विपक्ष को नहीं देना चाहती है। इस स्थिति में विपक्ष की तरफ से ममता बनर्जी ने एक नाम का प्रस्ताव रख दिया है। पुष्टि तो नहीं है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि ममता बनर्जी ने डिप्टी स्पीकर के लिए समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के नाम का प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को दिया है। सूत्र कहते हैं कि राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी से फोन पर बात करके डिप्टी स्पीकर के मुद्दे पर चर्चा की थी। 

खैर, लोकसभा में डिप्टी स्पीकर के लिए अवधेश प्रसाद का नाम सुझाने के पीछे ममता बनर्जी की सोच क्या है, ये वही बता सकती हैं। हालांकि पिछला घटनाक्रम कहता है कि टीएमसी सुप्रीमो का ये दांव बहुत बड़ा है। ममता बनर्जी ने कहीं ना कहीं एक तीर से दो निशाने साध लिए हैं, क्योंकि कांग्रेस अपनी प्लानिंग कर रही थी कि वो अपना स्पीकर बनाएगी। अब अवधेश प्रसाद के नाम का प्रस्ताव बताता है कि विपक्ष में कांग्रेस सबसे बड़ा दल होने के बावजूद टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी चाहती हैं कि डिप्टी स्पीकर गैर-कांग्रेसी हो। उसके अलावा अवधेश प्रसाद के नाम का प्रस्ताव अखिलेश यादव के लिए बड़ी खुशी जैसा फैसला होगा। इससे जाहिर है कि अखिलेश यादव का झुकाव ममता बनर्जी की तरफ होगा जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो INDI गठबंधन में ममता बनर्जी और मजबूत नेता बन जाएंगी।

अब कांग्रेस के जवाब का होगा इंतजार

इसमें कोई दोराय नहीं है कि ममता बनर्जी की महत्वाकांक्षा भी प्रधानमंत्री बनने की रही है। कई बार मीडिया के सहारे टीएमसी के नेताओं ने INDI गठबंधन में ममता बनर्जी की दावेदारी को मजबूत किया है। अभी इसकी गुंजाइश बची नहीं है, क्योंकि देश की जनता ने INDI गठबंधन को सत्ता में बैठने का मौका नहीं दिया है। हालिया लोकसभा चुनावों में गैर-एनडीए दल मिलकर भी सरकार नहीं बना पाए हैं। ये जरूर है कि विपक्षी की स्थिति बीते 10 साल में अब आकर सुधरी है। बहरहाल, देखना है कि अवधेश प्रसाद कैंडिडेट होते हैं तो कांग्रेस उन्हें समर्थन देगी या अपना ही कैंडिडेट उतारेगी।

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Updated 12:31 IST, July 1st 2024