Published 19:22 IST, December 10th 2024
ताहिर, मौलाना साद और संभल... मुसलमानों की अनदेखी का आरोप लगा सीलमपुर विधायक ने केजरीवाल को दिया झटका
दिल्ली के सीलमपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक अब्दुल रहमान ने अरविंद केजरीवाल पर मुसलमानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
Abdul Rehman resign AAP: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली के सीलमपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक अब्दुल रहमान ने अरविंद केजरीवाल पर मुसलमानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आप विधायक ने अरविंद केजरीवाल पर चिट्ठी लिखकर कई आरोप भी लगाए हैं।
अब्दुल रहमान ने अरविंद केजरीवाल को लिखे लेटर में लिखा है, "मैं अब्दुल रहमान, विधायक, सीलमपुर विधानसभा, आज भारी मन से आम आदमी पार्टी की सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय ले रहा हूं। यह निर्णय मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन पार्टी के नेतृत्व और नीतियों में जिस तरह से मुसलमानों और अन्य वंचित समुदायों की उपेक्षा की गई है, उसके बाद यह मेरा नैतिक कर्तव्य बन गया।"
अब्दुल रहमान ने AAP पर लगाए मुसलमानों के प्रति बेरुखी के आरोप
- अब्दुल रहमान ने आरोप लगाया कि पार्टी की स्थापना के समय मैंने इसे एक ऐसी पार्टी माना था, जो धर्म, जाति, और समुदाय से ऊपर उठकर जनता सेवा करेगी। लेकिन बीते वर्षों में आम आदमी पार्टी ने बार-बार यह साबित किया है कि वह केवल वोट बैंक की राजनीति करती है और जब किसी समुदाय के अधिकारों की रक्षा की बात आती है, तो पार्टी चुप्पी साध लेती है।
- दिल्ली दंगों के दौरान आपकी सरकार का रवैया बेहद निराशाजनक रहा। दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए न कोई ठोस कदम उठाए गए, न ही कोई सहानुभूति प्रकट की गई।
- दंगों में झूठे आरोपों में फंसाए गए हमारे साथी ताहिर हुसैन को न सिर्फ पार्टी से निष्कासित किया गया, बल्कि उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया।
- दिल्ली मरकज़ और मौलाना साद को कोरोना महामारी के दौरान निशाना बनाया गया। पार्टी ने इस मामले पर न तो कोई रुख अपनाया और न ही मुसलमानों के खिलाफ किए गए भ्रामक प्रचार का खंडन किया।
- हाल ही में, संबल दंगों जैसे संवेदनशील मुद्दे पर आपने एक द्वीट तक करना जरूरी नहीं समझा।
- पार्टी का दावा था कि वह ईमानदार और पारदर्शी राजनीति करेगी लेकिन आज वह भी अन्य दलों की तरह सत्ता की राजनीति में उलझ चुकी है।
चुनावों से पहले मुस्लिम विधायक का पार्टी से इस्तीफा देना आम आदमी पार्टी ने के लिए कितना नुकसानदेय साबित होगा ये तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे लेकिन चुनाव से पूर्व विधायकों का पार्टी से इस्तीफा देना अच्छे संकेत नहीं हैं।
Updated 19:22 IST, December 10th 2024