Published 13:08 IST, March 31st 2024
पीएम संग आडवाणी के घर जाकर राष्ट्रपति ने दिया भारत रत्न, इस कारण से नहीं हुए थे समारोह में शामिल
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लाल कृष्ण आडवाणी को उनके आवास पर भारत रत्न से सम्मानित किया। इस दौरान पीएम मोदी भी मौजूद रहे।
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भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लाल कृष्ण आडवाणी को उनके आवास पर भारत रत्न से सम्मानित किया। इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। स्वास्थ्य कारणों की वजह ले लाल कृष्ण आडवाणी बीते दिन आयोजित हुए सम्मान समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे।
इस मौके पर देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी मौजूद रहें। सबकी मौजूदगी में लाल कृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत रत्न से सम्मानित किया। राष्ट्रपति मुर्मू के सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा गया, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने श्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके आवास पर भारत रत्न प्रदान किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री श्री अमित शाह और श्री आडवाणी के परिवार के सदस्य उपस्थित थे। भारतीय राजनीति के पुरोधा श्री आडवाणी ने सात दशकों से अधिक समय तक अटूट समर्पण और असाधारण कौशल के साथ देश की सेवा की है। वर्ष 1927 में कराची में जन्मे, श्री आडवाणी 1947 में विभाजन की पृष्ठभूमि में भारत चले आए। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के अपने दृष्टिकोण के साथ, उन्होंने पूरे देश में दशकों तक कड़ी मेहनत की और सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य में परिवर्तन किया। जब आपातकाल ने भारत के लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया था तब उनके अंदर के अदम्य योद्धा ने इसे अधिनायकवादी प्रवृत्तियों से बचाने में मदद की।"
पोस्ट में आगे लिखा गया कि एक सांसद के रूप में संवाद पर उनकी आस्था ने संसदीय परंपराओं को समृद्ध किया। गृह मंत्री तथा उप प्रधान मंत्री के रूप में, उन्होंने सदैव राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखा, जिससे उन्हें दलगत सीमाओं से परे जा कर लोगों ने सम्मान और प्रशंसा प्रदान की। भारत के सांस्कृतिक पुनरुत्थान के लिए उनके लंबे और अथक संघर्ष की परिणति 2024 में अयोध्या में श्री राम मंदिर के पुनर्निर्माण के रूप में हुई। वे स्वतंत्रता के बाद के उन गिने-चुने राजनीतिक नेताओं में हैं जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को नया स्वरूप देने और देश को विकास-पथ पर आगे ले जाने में सफल रहे। उनकी उपलब्धियां भारत की सहज प्रतिभा और समावेशी परंपराओं को सर्वोत्तम अभिव्यक्ति प्रदान करती हैं।
डॉ भीम राव अंबेडकर को भी भारत रत्न से किया गया सम्मानित
देश के संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करके देश और समाज के प्रति उनके अमूल्य योगदान को नमन किया गया। 'बाबासाहब' भीमराव अंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जीवनभर सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे। आजादी के बाद उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई, जब उन्हें राष्ट्र के संविधान निर्माण का दायित्व सौंपा गया।
देश-दुनिया के इतिहास में 31 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1504 : सिखों के गुरु अंगद देव जी का जन्म। वह गुरू नानक देव जी के बाद सिखों के दूसरे गुरू थे।
1727 : दुनिया के महान भौतिकशास्त्रियों में शुमार आइजैक न्यूटन का 84 वर्ष की आयु में लंदन में निधन।
1870 : अमेरिका में पहली बार किसी अश्वेत नागरिक ने वोट दिया। अश्वेतों को समान अधिकार दिलाने की दिशा में यह एक बड़ी कामयाबी थी।
1921 : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के झंडे को अंगीकार किया गया।
1959: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा अपने 20 शिष्यों के साथ भारत की सीमा में पहुंचे। वह 17 मार्च को तिब्बत की राजधानी ल्हासा से पैदल रवाना हुए थे और खेनज़ीमन दर्रे से होते हुए सकुशल भारत पहुंच गए।
1964 : बम्बई (अब मुंबई) में बिजली से चलने वाली ट्राम को बंद किया गया। 1980 : अमेरिका के महान फर्राटा धावक जेसी ओवंस का निधन। ओवंस ने 1936 के बर्लिन ओलंपिक खेलों में अपने देश के लिए चार स्वर्ण पदक जीते थे।
1981: एक घरेलू विमान का अपहरण करने वाले इंडोनेशिया के पांच आतंकवादियों में से चार थाइलैंड के बैंकाक में मारे गये। विमान में सवार सभी 55 लोग सुरक्षित। आतंकवादियों ने इंडोनेशिया की जेलों में बंद 80 लोगों को रिहा कराने के लिए 28 मार्च को विमान का अपहरण किया था और उसे बैंकाक ले गए थे।
1983 : कोलम्बिया में भूकंप से लगभग 5,000 लोगों की मौत।
1990 : संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
2004 : अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में एक नाइट क्लब में आग लगने से 175 लोगों की मौत।
2007 : माइकल फ़ेल्प्स ने विश्व तैराकी चैम्पियनशिप में छह स्वर्ण पदक हासिल किये।
2008 : कृष्णा सोबती को के.के.बिड़ला फाउण्डेशन का वर्ष 2007 का 'व्यास सम्मान' देने की ऐलान। रेवती मेनन को 'दयावती मोदी स्त्री शक्ति सम्मान, 2007' प्रदान किया गया।
2008 : पाक वायुसेना की बस के नजदीक एक बम विस्फोट में 12 लोग मारे गए।
2011 : जनगणना के ताजा आंकड़ों के मुताबिक़ भारत की आबादी पिछले दस साल में 17.64 प्रतिशत बढ़ कर 121 करोड़ पर पहुंच गई।
12:12 IST, March 31st 2024