पब्लिश्ड 23:52 IST, December 29th 2024
'पिछली सरकार नहीं चाहती थी कि...', महाकुंभ निमंत्रण विवाद पर अखिलेश के सवाल पर BJP का पलटवार
अखिलेश यादव ने कहा कि कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता है। कुंभ में लोग अपने आप आस्था से आते हैं। अब उनके इस बयान पर BJP का पलटवार आया है।
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में अगले साल 13 जनवरी से आयोजित होने वाले महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस बार महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ के लिए विशेष लोगोंको निमंत्रण भी दे रहे हैं। अब इसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता है लोग अपनी आस्था से आते हैं। उनके सवाल पर बीजेपी का पलटवार आया है।
सीएम योगी ने बीते दिनों दिल्ली में केंद्रीय गृह अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों को कुंभ में आने का न्योता दिया था। इस बीच योगी सरकार की ओर से अन्य गण्मान्य लोगों भी कुंभ के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है। इसे लेकर पूर्व सीएम और सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है और कहा कि ऐसे आयोजनों के लिए निमंत्रण नहीं दिए जाते हैं।
महाकुंभ निमंत्रण पर क्या बोले अखिलेश?
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि "कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता है। कुंभ में लोग अपने आप आस्था से आते हैं। मैं किसी के बारे में कुछ कहना नहीं चाहता। हमने अपने धर्म में सीखा और पढ़ा है कि ऐसे आयोजनों में लोग खुद आते हैं। जो करोड़ो लोग आएंगे क्या उन्हें निमंत्रण दिया जाता है? ये सरकार अलग है।
BJP का करारा पलटवार
अब अखिलेश के बयान पर बीजेपी का पलटवार आया है। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव लोगों को आमंत्रित नहीं किया, यह उनकी कर्तव्यहीनता थी। उन्हें ऐसा करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि उनकी पिछली सरकारें नहीं चाहती थीं कि लोग आएं, लेकिन कुंभ हजारों साल पुराना है, लोग आते थे। अब कुंभ में जो नई व्यवस्थाएं की जा रही हैं, उसे देखकर पूरी दुनिया हैरान है, सरकार ने इतनी बड़ी व्यवस्था की है, इतने रिकॉर्ड टूटे हैं। मैं कहूंगा सरकार साधुवाद की पात्र है।"
कब से शुरू होगा महाकुंभ
इधर प्रयागराज महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले अखाड़ों में साधु-संतों का आगमन तेज हो गया है। बता दें कि कुंभ में लाखों की संख्या में पूरे देश साधु-संत शाही स्नान के लिए आते हैं और महीनों यहां ध्यान लगाते हैं। संगम नगरी में कुंभ मेला 13 जनवरी, 2025 से शुरू होगा जो 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। आपको बता दें कि 45 दिन तक चलने वाले कुंभ स्नान का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कलश से अमृत 12 जगहों पर गिरा था। इनमें 4 स्थान धरती पर और 8 स्वर्ग में थे। पृथ्वी के चार स्थान प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक हैं। प्रयागराज में लगने वाला कुंभ महाकुंभ है जिसका संयोग 144 साल पर बनता है। हिन्दू धर्म के अनुयायियों का मानना है कि कुंभ मेले में स्नान करने से पिछले सारे पाप धुल जाते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Updated 23:52 IST, December 29th 2024