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Published 13:59 IST, April 2nd 2024

लोकसभा चुनाव: केजरीवाल की गिरफ्तारी को हथियार बना INDI करेगा नैया पार या मोदी की गारंटी पड़ेगी भारी?

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बहाने और AAP के सहारे बिखरा INDI गठबंधन संजीवनी ढूंढ रहा है। शायद इसी कोशिश में सारे विपक्षी दल दिल्ली में एक मंच पर आए।

Reported by: Dalchand Kumar
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India Alliance Delhi Rally
INDI अलायंस ने 31 मार्च 2024 को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली की। | Image: Video Grab

Lok Sabha Election 2024: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का मुद्दा लोकसभा चुनावों के बीच खूब उछल रहा है। विपक्ष गिरफ्तारी को 'लोकतंत्र की हत्या' बताता है और आम आदमी पार्टी अपने नेताओं को 'कट्टर ईमानदार' घोषित करके बचाव की मुद्रा में है। जवाब में भारतीय जनता पार्टी और खुद प्रधानमंत्री मोदी भ्रष्टाचार पर चोट की 'गारंटी' दे रहे हैं। इसी के ठीक समानांतर चुनावी माहौल में विपक्ष सहानुभूति के जरिए वोट समेटने की कोशिश में है तो सत्तापक्ष कार्रवाई को 'भ्रष्टाचार पर चोट' साबित करके जनता के बीच एक संदेश दे रहा है।

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुई। वो अब 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं। खैर, ये बात अलग है कि गिरफ्तारी लोकसभा चुनावों के ठीक पहले हुई है, लेकिन इसको भी समझना पड़ेगा कि केजरीवाल को ईडी का पहला समन 2 नवंबर 2023 को मिला था और उसके बाद से समय-समय पर 10 समन जारी हुए। केजरीवाल जांच एजेंसी के सामने जाने से खुद बचते रहे। हालांकि जब दिल्ली हाईकोर्ट में मसला पहुंचा और अदालत ने राहत नहीं दी तो ईडी ने कार्रवाई करते हुए 21 मार्च 2024 को AAP के राष्ट्रीय संयोजक को गिरफ्तार कर लिया। पूरे घटनाक्रम के बीच ही लोकसभा चुनावों की घोषणा हुई थी।

केजरीवाल की गिरफ्तारी को INDI के लिए 'हथियार'?

अब जब लोकसभा चुनाव का माहौल है, केजरीवाल की गिरफ्तारी के बहाने INDI गठबंधन, खासकर अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने जिस तरह आगे बढ़कर मोर्चा संभाला है, उससे दिखता है कि ये 'सिम्पथी कार्ड' प्ले करने की कोशिश हो सकती है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता बार-बार बयान दे रही हैं। कभी जेल से केजरीवाल की चिट्ठी लाकर पढ़ी जाती है तो कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए जनता से सहयोग की अपील की जाती है। पिछले दिनों सुनीता ने दिल्ली के रामलीला मैदान में INDI गठबंधन के मंच पर आगे बढ़कर AAP का नेतृत्व किया। इससे सवाल उठने लगा है कि क्या सुनीता को सामने लाकर आम आदमी पार्टी सहानुभूति लेने की कोशिश कर रही है।

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इधर, आम आदमी पार्टी के सहारे और केजरीवाल की गिरफ्तारी के बहाने चुनावों से पहले बिखरा INDI गठबंधन भी संजीवनी ढूंढ रहा है। इसी कोशिश में सारे विपक्षी दल पिछले दिनों दिल्ली में एक मंच पर आए। रामलीला मैदान में हुई INDI गठबंधन की रैली में कांग्रेस से लेकर लेफ्ट, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल समेत लगभग सभी गैर-एनडीए पार्टियां थी। इधर ये भी समझिए कि कई राज्यों में ये दल एक दूसरे के खिलाफ ही मोर्चा खोल चुके हैं, जिसमें चाहे पंजाब हो या पश्चिम बंगाल। हालांकि रामलीला मैदान के मंच पर सब जुटे तो ऐसा लगता है कि इन दलों की कोशिश केजरीवाल की गिरफ्तारी को हथियार बनाकर 2024 में नैया पार करने की है।

भ्रष्टाचारियों पर चोट, 'मोदी की गारंटी'!

केजरीवाल की गिरफ्तारी के पीछे मसला भ्रष्टाचार का है और जिस रामलीला मैदान पर पिछले दिन INDI गठबंधन के नेता इकट्ठा हुए, उनमें से कईयों पर खुद भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इधर, भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पहले से ही आक्रामक रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह, जेपी नड्डा समेत सारे बीजेपी नेता सभाओं में 'भ्रष्टाचार' के इर्द-गिर्द विपक्ष को घेरते रहे हैं। प्रधानमंत्री देश की जनता को 'मोदी गारंटी' देते हैं कि जिसने देश को लूटा है, उसे लौटाना ही पड़ेगा। प्रधानमंत्री कहते हैं- 'भ्रष्टाचारी कान खोलकर सुन लें, मोदी पर चाहे जितने भी हमले करो, ये मोदी है, रुकने वाला नहीं है। भ्रष्टाचारी चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, एक्शन होगा और जरूर होगा। जिसने देश को लूटा है, उसे लौटाना ही पड़ेगा। ये मोदी की गारंटी है।'

किसका पलड़ा रह सकता है भारी?

वैसे भ्रष्टाचार का मुद्दा हमेशा से हावी रहा है। इसमें भी कोई दोराय नहीं है कि भ्रष्टाचार पर खुलकर बोलने वाले नेता हों या पार्टियां, जनता के बीच उनकी पकड़ मजबूत होती है। ऐसे में देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कमरतोड़ कार्रवाई ने जनता के बीच बीजेपी की छवि को लेकर एक मैसेज जरूर गया होगा। बहरहाल, अगर बीजेपी ठीक तरीके से अपने मैसेज से जनता को जोड़ पाई तो ये तय है कि 'मोदी की गारंटी' विपक्ष को भारी पड़ जाएगी।

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Updated 14:28 IST, April 2nd 2024