sb.scorecardresearch

Published 16:16 IST, January 30th 2024

राजस्थान के स्कूलों में बैन होगा हिजाब? शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का बड़ा बयान- लाएंगे ड्रेस कोड

हिजाब मसले पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि स्कूलों में ड्रेस कोड ही लागू होगा। स्कूल में जो हाल बने हैं, उसके लिए जांच के आदेश देंगे।

Reported by: Dalchand Kumar
Follow: Google News Icon
  • share
rajasthan education minister Madan Dilawar on Hijab
हिजाब मसले पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जवाब दिया। | Image: ANI/Facebook

Rajasthan School Dress Code: राजस्थान में हिजाब के मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ लिया है। बीजेपी के विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कथित तौर पर एक सरकारी स्कूल में छात्राओं के हिजाब पहनने पर आपत्ति जताई थी। इसको लेकर जयपुर में छात्राएं सड़क पर उतर आई थीं। अभी जब मामला बढ़ता जा रहा है तो राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि स्कूलों में ड्रेस कोड लागू किया जाएगा।

हिजाब मसले पर राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि स्कूलों में ड्रेस कोड ही लागू होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूल में जो हाल बने हैं, उसके लिए जांच के आदेश देंगे। धर्मांतरण नहीं होने देंगे। सरकार होती है वो आदेशों की पालना कराना जानती है।

शिक्षा मंत्री ने ये भी कहा है कि जिस विद्यालय में सरस्वती मां की मूर्ति, चित्र नहीं होगा उस स्कूल के खिलाफ कार्रवाई होगी।

छात्रों को ड्रेस में आना चाहिए: मंत्री जवाहर बेढम

हिजाब विवाद के बीच राजस्थान सरकार के एक और मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने स्कूलों में ड्रेस कोड लागू किए जाने की वकालत की है।

मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा, 'राजस्थान की सरकार और शिक्षा विभाग ने समय-समय पर निर्देश जारी करके विद्यार्थियों के लिए ड्रेस की व्यवस्था लागू की है। विद्यार्थियों को ड्रेस में आना चाहिए, इससे वे अनुशासन सीखते हैं और इससे समान भाव पैदा होता है।'

क्या है जयपुर का हिजाब विवाद?

जानकारी के मुताबिक, जयपुर के एक सरकारी स्कूल में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था, जहां बीजेपी के विधायक बालमुकुंद आचार्य को बुलाया गया था। आरोप हैं कि विधायक ने स्कूल में कार्यक्रम के दौरान छात्राओं के हिजाब पहनने पर आपत्ति जताई थी।

बालमुकुंद आचार्य की टिप्पणी के विरोध में जयपुर में कई छात्राएं मंगलवार को सड़क पर उतर आईं। स्कूली छात्राओं ने सुभाष चौक थाने के बाहर सड़क पर जाम लगा दिया और बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने विधायक से माफी मांगने और नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

यह भी पढ़ें: CM सोरेन को ढूंढने वाले को 11 हजार का इनाम देंगे बाबूलाल मरांडी

बालमुकुंद आचार्य की सफाई

आरोपों पर हवामहल सीट से विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा, 'मैंने स्कूल प्रशासन से पूछा था कि सरकारी विद्यालय में जब 26 जनवरी का कार्यक्रम हो या वार्षिक उत्सव हो तो दो तरह की पोशाक का प्रावधान है क्या? प्राचार्य ने कहा नहीं है, मानते नहीं हैं।'

बालमुकुंद आचार्य ने आगे कहा, 'स्कूल में कार्यक्रम के दौरान छोटी बच्चियां और 8वीं, 10वीं कक्षा की सभी बच्चियां या तो हिजाब में थी या बुर्के में। वहां दो तरह का माहौल नजर आ रहा था तो मैंने प्राचार्य से पूछा था कि विद्यालय का ड्रेस कोड बना हुआ है? आचार्य ने कहा- मेरा सवाल बिल्कुल वाजिब है, जब सरकारी विद्यालय का अपना एक ड्रेस कोड बना हुआ है, नियम बना हुआ है उस अनुरूप सारा अध्ययन हो रहा है। स्कूल होता किस लिए है। नियम सिखाने के लिए और वहां इस प्रकार का माहौल बना रखा था वो विचारणीय है।'

विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा, ‘स्कूलों में दो तरह के ड्रेस कोड क्यों? मैंने मदरसों में जाकर तो नहीं बोला कि मदरसों की ड्रेस बदल दो, वहां का नियम है। उस नियम अनुरूप होना चाहिए।’

यह भी पढ़ें: हेमंत सोरेन छोड़ेंगे CM पद? गिरफ्तारी की तलवार के बीच विधायकों संग बैठक

Updated 16:53 IST, January 30th 2024